बुजुर्ग दंपति ने बहू-बेटों से परेशान होकर जहर निगल जीवनलीला की समाप्त, मरने से पहले पुलिस को सुसाइड नोट भी दिया
सूचना मिलने पर डायल 112 टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें बाढड़ा के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। बाढड़ा थाना पुलिस की टीम वहां पहुंची तो जगदीश ने एक लिखित सुसाइड नोट पुलिस को दिया। बाद में दोनेां को दादरी सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।;
हरिभूमि न्यूज, बाढड़ा
बाढड़ा कस्बे में बुजुर्ग दंपति ने बहु-बेटों से परेशान होकर जहर निगल कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। बुजुर्ग दंपति के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसके बहु-बेटों पर गंभीर आरोप जड़े हैं। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर मृतक दंपति के दो पुत्रवधु, एक बेटे व एक भतीजे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
जानकारी के लिए बता दे कि मूल रूप से गांव गोपी निवासी व वर्तमान में बाढड़ा में रहे करीब 63 वर्षीय जगदीश चंद्र व उसकी पत्नी भागली ने बीती रात सल्फास की गोली खा ली। सूचना मिलने पर डायल 112 टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें बाढड़ा के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। बाढड़ा थाना पुलिस की टीम वहां पहुंची तो जगदीश ने एक लिखित सुसाइड नोट पुलिस को दिया। बाद में दोनेां को दादरी सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
30 करोड़ की संपत्ति है लेकिन मुझे देने के लिए दो रोटी नहीं
पुलिस को दिए सुसाइड नोट में जगदीश चंद्र ने लिखा है कि मैं जगदीश चंद्र आर्य आपको अपना दुख सुनाता हूं मेरे बेटों के पास बाढड़ा में 30 करोड़ की संपत्ति है लेकिन उन के पास मुझे देने के लिए दो रोटी नहीं हैं। मैं अपने छोटे बेटे के पास रहता था छह साल पहले उसकी मृत्यु हो गई। कुछ दिन उसकी पत्नी उसे रोटी दी लेकिन बाद में उसने गलत काम का धंधा करना शुरू कर दिया और मेरे भतीजे को अपने साथ ले लिया। मैने इसका विरोध किया तो उनको यह बात अच्छी नहीं लगी क्योंकि मेरे रहते हुए वे दोनों गलत काम नहीं कर सकते थे इसलिए उन्होंने मुझे पीटकर घर से निकाल दिया। मैं दो साल तक अनाथआश्रम में रहा और फिर आया तो इन्होंने मुझे निकाल दिया मकान को ताला लगा दिया इस दौरान मेरी पत्नी को लकवा आया और हम दूसरे बेटे के पास रहने लगे। अब उन्होंने भी रखने से मना कर दिया और मुझे बासी आटे की रोटी और दो दिन का दही देना शुरू कर दिया ये मीठा जहर कितने दिन खाता इसलिए मैंने सल्फास की गोली खा ली और मेरी मौत का कारण मेरी दो पुत्रवधु, एक बेटा व एक भतीजा है (सुसाइड नोट में चारों के नाम लिखे गए हैं) । जितने जुल्म इन चारों ने मेरे ऊपर किया कोई भी संतान अपने माता-पिता अत: मेरी सुनने वालों से प्रार्थना है कि इतना जुल्म मां-बाप पर नहीं करना चाहिए और सरकार और समाज इनको दंड दे तब जाकर मेरी आत्मा को शांति मिलेगी। मेरी जमा पूंजी बैंक में दो एफडी और बाढड़ा में दुकान है वो आर्य समाज बाढड़ा को दी जाए।
बाढड़ा थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवार परिजनों को सौंप दिया और सुसाइड नोट के आधार पर चारों के खिलाफ केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।