शिक्षक भर्ती में हिंदी को महत्व दिलाने प्रदेश भाजपा कार्यालय के सामने पात्र अभ्यर्थियों का प्रदर्शन

भोपाल। शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए शिक्षक भर्ती के रिक्त पदों में वृद्धि के साथ मातृभाषा हिंदी को महत्व दिलाने की मांग की।;

Update: 2022-11-22 15:10 GMT

 भोपाल। शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए शिक्षक भर्ती के रिक्त पदों में वृद्धि के साथ मातृभाषा हिंदी को महत्व दिलाने की मांग की। लोक शिक्षण संचालनालय एवं जनजातीय कार्य विभाग में सुनवाई ना होने से निराश होकर पात्र अभ्यर्थी भाजपा कार्यालय पहुंचे। शिक्षक पात्रता परीक्षा संघ से रंजीत गौर, रचना व्यास, श्रद्धा कछवाहा, जीमवती, सरोज धाकड़, संतोष कुमार, वीरेंद्र पाटीदार, भारत चौहान, विष्णु सिंघानिया सहित सैकड़ों अभ्यर्थीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्माको ज्ञापन पत्र देने भाजपा कार्यालय पहुंचे। उनकी अनुपस्थिति में भाजपा के अन्य पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया। इससे पहले मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने भी पात्र अभ्यर्थी पहुंचे थे, जहां पुलिस प्रशासन के माध्यम से स्कूल शिक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री के निज सचिव को ज्ञापन पत्र सौंपा गया।

कृषि, संस्कृत, भूगोल आदि के रिक्त पदों में वृद्धि की भी मांग:

रंजीत गौर सहित अन्य अभ्यर्थियों ने बताया कि स्कूल शिक्षा एवं जनजातीय विभाग द्वारा माध्यमिक शिक्षक भर्ती में हिंदी के नाम मात्र के पद घोषित किए हैं, जिससे अच्छे नंबर व रैंक होने के बावजूद हिंदी विषय के अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती से बाहर हो गए हैं। शिक्षक भर्ती के पहले चरण में 100 और दूसरे चरण में मात्र 300 पदों पर भर्ती की जा रही है। इसी प्रकार से जनजाति विभाग के प्रथम चरण में 348 पद दिए गए थे और दूसरे चरण में मात्र 13 पद घोषित किए गए हैं, जिससे पात्र अभ्यर्थियों में आक्रोश है। भर्ती में विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषय के साथ भी अवहेलना की जा रही है। मांग की गई है कि हिंदी विषय के साथ-साथ कृषि, संस्कृत, भूगोल आदि के रिक्त पदों में वृद्धि की भी मांग अभ्यार्थियों ने की है।

Tags: