Uttarakhand: केदारनाथ की यात्रा कर रहे 5 लोगों की मौत, लैंडस्लाइड की वजह से हुआ हादसा

Uttarakhand Landslide: केदारनाथ की यात्रा कर रहे पांच श्रृद्धालुओं की लैंडस्लाइड के मलबे में दबने से मौत हो गई है। इन सभी के शवों को कार से बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरए को कठिनाई का सामना करना पड़ा।;

Update: 2023-08-12 04:26 GMT

Uttarakhand Landslide: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ के रास्ते पर लैंडस्लाइड के मलबे के नीचे दबने से पांच लोगों की मौत हो गई। इन मृतकों में गुजरात के तीन श्रृद्धालु शामिल हैं। श्रद्धालु (Pilgrims) एक कार में पवित्र मंदिर केदारनाथ की यात्रा कर रहे थे, तभी फाटा और सोनप्रयाग के बीच पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आ गए। इन सभी मृतकों के शवों को निकालने के लिए एनडीआरएफ (NDRF) को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

शव को निकालने में कठिनाई हुई

इस घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने बचाव अभियान शुरू किया, लेकिन बारिश के कारण काम में काफी बाधा आई। एसडीआरएफ (SDRF) के अधिकारियों ने बताया कि मौसम साफ होने पर टूटी हुई कार से पांच शवों को बाहर निकाला गया। साथ ही, अधिकारियों ने यह भी बताया कि मृतकों की पहचान गुजरात के जिगर आर मोदी, महेश देसाई, पारिक दिव्यांश और हरिद्वार के मिंटू कुमार और मनीष कुमार के रूप में की गई है।

सीएम धामी ने किया कोटद्वार का दौरा

इस बीच, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने बारिश से प्रभावित हुए कोटद्वार क्षेत्र का दौरा किया। यहां पर कुछ दिन पहले लैंडस्लाइड में एक व्यक्ति लापता हो गया था। सीएम ने डीएम आशीष चौहान को गादीघाटी में टूटे हुए पुल की मरम्मत पर काम करने को कहा है। उन्होंने कोटद्वार और भाबर को जोड़ने वाले मालन नदी पर बने पुल की भी जांच की। धामी ने कहा कि राज्य सरकार (State Government) का पहला प्रयास मानसून की बारिश से मची तबाही को सही करना है और लोगों को राहत सुविधाएं देना है। साथ ही, उन्होंने कहा कि राज्य में जो भी नुकसान हुआ है उसका आकलन किया जाएगा और कमियों को दूर करने का भी प्रयास जारी है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मानसून (Monsoon) की बारिश के दौरान अलग-अलग घटनाओं में अब तक 58 लोगों ने अपनी जान गवां दी है और 37 लोग घायल हो गए। इसके साथ ही, 19 अभी तक लापता हैं।

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