संकट से पीड़ित जोशीमठ के लोगों के लिए जारी हुई नई मुआवजा नीति

उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ संकट से पीड़ितों के लिए नई मुआवजा नीति जारी की है। इस नीति के अंतर्गत अब जोशीमठ के अलावा उन इलाकों के लोगों को भी राहत मिलेगी है, जिनके घर इस तरह की आपदा में ध्वस्त हो गए हैं।;

Update: 2023-02-23 15:30 GMT

उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ संकट से पीड़ितों के लिए नई मुआवजा नीति जारी की है। इस नीति के अंतर्गत अब जोशीमठ के अलावा उन इलाकों के लोगों को भी राहत मिलेगी है, जिनके घर इस तरह की आपदा में ध्वस्त हो गए हैं।

धामी सरकार ने जोशीमठ में पीड़ितों लिए 23 फरवरी, 2023 को नई मुआवजा नीति लागू की है। इस नीति के तहत सरकार 31 हजार से लेकर 36 हजार प्रति वर्गमीटर की दर से मुआवजा देगी। इसके साथ ही सरकार ने व्यावसायिक भवनों का मुआवजा पांच खंड में तय किया है। इस मामले को लेकर धामी सरकार अपनी अगली कैबिनेट मीटिंग में प्रस्ताव रखा जाएगा।

वहीं, उत्तराखंड के जोशीमठ के अलावा चमोली जिले के पैंगढ़ गांव में भी भू-स्खलन और घरों में दरारें देखने को मिली है। इसके चलते ही यहां लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

जोशीमठ की तरह ही उत्तराखंड के कर्णप्रयाग-अल्मोड़ा नेशनल हाईवे पर थराली के पास बसे पैंगढ़ गांव में भी लगभग 40 से अधिक परिवारों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ गया है। यहां पर लोग बेघर हो गए हैं और शरणार्थी की तरह जीवन व्यतीत करने पर मजबूर हो रहे हैं। यहां लैंडस्लाइड की समस्या साल 2013 में केदारनाथ आपदा के साथ ही शुरू हो गई थी, लेकिन अक्टूबर 2021 के बाद से यहां के हालात और अधिक बिगड़ते चले गए।

जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने कहा कि ये दरारें पिछले साल भी निकली थीं और हमने इसकी मरम्मत का काम पूरा भी किया था। जगह-जगह 4 मीटर के गहरे गड्ढे दिखाई दे रहे थे, जिन्हें भर दिया गया है। अभी दरारों में जांच के लिए सर्वेक्षण निरंतर किया जा रहा है।

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