Uttarakhand: जोशीमठ में घरों को गिराने का अभियान शुरू, दो होटलों पर चला बुलडोजर, DGP ने कही ये बात
जोशीमठ ढहने की संभावना वाले घरों और इमारतों को गिराने का अभियान शुरू हो गया है। इस अभियान के तहत उन होटलों, मकानों और भवनों को गिराया जा रहा है। जिन्हें रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया जा चुका है।;
जोशीमठ के 'दरकते' शहर में ढहने (joshimath landslide) की संभावना वाले घरों और इमारतों को गिराने का अभियान आज से शुरू हो गया है। इस अभियान के तहत उन होटलों, मकानों और भवनों को गिराया (houses demolished) जा रहा है, जिन्हें रहने के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया गया है। कार्रवाई दो होटलों से शुरू की गई है।
वही उत्तराखंड के डीजीपी कहा 678 इमारतों को असुरक्षित घोषित किया गया है, जिस पर गिराने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा जोशीमठ (Joshimath) में अब तक 678 घरों में दरारें आ चुकी हैं और 81 परिवारों को अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
अधिकारियों ने क्षेत्र में असुरक्षित और खतरनाक इमारतों की पहचान की है और उन्हें रेड क्रॉस (एक्स) प्रतीकों के साथ चिह्नित किया है। वही, कुछ लोग अपने घर गिराने को लेकर को नाराजगी भी जता रहे हैं। उनका कहना है कि 60 साल से यहां रह रहे हैं और अब किसी भी पल में उनका आशियाना खत्म हो जाएगा।
वही एक पीड़िता ने कहा कि हमारा बचपन यहीं पर बीता है। उन्होंने कहा इस तरह अचानक घर को कोई गिरा सकता। उन्होंने कहा कि जोशीमठ (Joshimath case) की जमीन पहले से ही खिसक रही है और इस मामले में कई बार सरकार को बताया भी था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।