खुलासा : तब्लीगी जमात के मुखिया मौलाना साद के खातों में विदेशों से आया पैसा, हवाला कनेक्शन का शक

कोरोना वायरस मामले के बाद से तबलीगी जमात पर शिकंजा कसता जा रहा है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है। क्राइम ब्रांच को जमात की फंडिंग को लेकर कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित मरकज के कार्यक्रम शुरू होने से पहले मौलाना साद के बैंक एकाउंट में विदेशों से पैसे का ट्रांजेक्शन फ्लो अचानक से बड़ा था।;

Update: 2020-04-17 03:16 GMT

कोरोना वायरस मामले के बाद से तबलीगी जमात पर शिकंजा कसता जा रहा है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है। क्राइम ब्रांच को जमात की फंडिंग को लेकर कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित मरकज के कार्यक्रम शुरू होने से पहले मौलाना साद के बैंक एकाउंट में विदेशों से पैसे का ट्रांजेक्शन फ्लो अचानक से बड़ा था।

इसे लेकर निजामुद्दीन स्थित एक बैंक के अधिकारियों ने मौलाना साद के सीए (चार्टर्ड एकाउंटेंट) को बुलाकर पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक, बैंक अधिकारियों ने मौलाना के सीए से पूछा कि अचानक से एक बैंक एकाउंट में इतना पैसा कैसे आ रहा है? साथ ही अधिकारियों ने मरकज के प्रमुख मौलाना साद से भी इस मामले में मिलने को कहा था। इस पर सीए ने बैंक अधिकारियों को यह बोलकर पल्ला झाड़ लिया कि मौलाना साहब बहुत बड़े आदमी हैं, वो ऐसे किसी से नहीं मिलते हैं।

बैंक ने ट्रांजेक्शन पर रोक लगाने की दी हिदायत

बैंक ने इस पर नाराजगी जताते हुए 31 मार्च को बैंक एकाउंट में आने वाले ट्रांजेक्शन पर रोक लगाने की हिदायत भी दी थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने इसी वजह से मरकज में फंडिंग के हवाला कनेक्शन को भी खंगालना शुरू किया है।

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था, जो कि हत्या के किसी भी तरह के मामले में दूसरी सबसे बड़ी धारा है। निजामुद्दीन मरकज में हुए तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों में से कुछ की कोरोना वायरस से मौत हो जाने और जमात में शामिल लोगों से संक्रमण के प्रसार में तेजी आने के बाद यह कदम उठाया गया।

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