क्यों पहना जाता है 17 मुखी रुद्राक्ष, जानें इसके धारण करने के सही नियम

क्यों पहना जाता है 17 मुखी रुद्राक्ष, जानें इसके धारण करने के सही नियम
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17 Mukhi Rudraksha: 17 मुखी रुद्राक्ष को राम और माता सीता का प्रतीक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जो जातक 17 मुखी रुद्राक्ष धारण करता है, उसे संसार के सारे भौतिक सुख प्राप्त होते हैं। 17 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के फायदे और विधि के बारे में यहां जानिये...

17 Mukhi Rudraksha: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का एक अलग महत्व होता है। कहा जाता है कि 17 मुखी रुद्राक्ष की सतह पर 17 प्राकृतिक रेखाएं होती हैं। शास्त्रों के अनुसार, 17 मुखी रुद्राक्ष विश्वकर्मा भगवान का प्रतिनिधित्व करता है। इसके साथ ही ये रुद्राक्ष मां दुर्गा का भी प्रतिनिधित्व करता है, जिन्हें धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष का प्रदाता माना गया है। ऐसी मान्यता है कि जो जातक 17 मुखी रुद्राक्ष धारण करता है, उसे वाहन, आभूषण जैसी वस्तुएं प्राप्त होती हैं। शास्त्रों के अनुसार, जो जातक 17 मुखी रुद्राक्ष धारण करता है, वो असीम भौतिकवादी दुखों से परिपूर्ण रहता है। 17 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से जातक की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

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शास्त्रों के अनुसार, 17 मुखी रुद्राक्ष राम और सीता का प्रतीक माना जाता है। जो जातक 17 मुखी रुद्राक्ष को धारण करता है, वे अपने जीवन साथी के साथ अच्छे संबंध बना पाते हैं। इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले जातक को सांसारिक सुखों को प्राप्त करने में मदद करता है। ऐसा कहा जाता है कि 17 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति सच्चा और ईमानदार बनता है और जीवन के हर प्रकार के तनाव से मुक्त रहता है। शास्त्रों के अनुसार, 17 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से जातक की कुंडली से शनि ग्रह का नकारात्मक प्रभाव कम हो जाता है।

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जानें 17 मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, रुद्राक्ष को जीवन को बेहतर बनाने में कारगर साबित होता है, इसलिए कहा जाता है रुद्राक्ष धारण करने से पहले किसी विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें। ऐसा कहा जाता है रुद्राक्ष धारण करने से पहले प्रातःकाल उठकर स्नान आदि करने के बाद इसकी पूजा करें। इसे धारण करने से पहले गंगाजल या कच्चे दूध में डालकर रखें। इसके बाद इसे पहनने से पहले रुद्राक्ष मंत्र ओम ह्रीं नमः का 108 बार जाप करने के बाद ही धारण करें। शास्त्रों में बताया गया है कि जो जातक रुद्राक्ष धारण करता है, उसके जीवन से सारी नकारात्मक ऊर्जाएं खत्म हो जाती है।

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Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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