Garud Puran: गरुड़ पुराण के अनुसार ये गलतियां बन जाती हैं परिवारिक कलह का बड़ा कारण, जानें...

Garud Puran: गरुड़ पुराण के अनुसार ये गलतियां बन जाती हैं परिवारिक कलह का बड़ा कारण, जानें...
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Garud Puran: कभी कभी ऐसा होता है हम सही कार्य करने का प्रयत्न करते हैं और वहीं हमसे कुछ न कुछ ऐसा हो जाता है जिससे पारिवार में क्लेश अथवा कोई ना कोई विवाद हो जाता है। तथा घर में आर्थिक संपन्नता तो होती है, लेकिन मानसिक रूप से सभी लोगों का स्वभाव और विचार एक-दूसरे व्यक्ति के प्रति विरोधी हो जाते हैं।

Garud Puran: कभी कभी ऐसा होता है हम सही कार्य करने का प्रयत्न करते हैं और वहीं हमसे कुछ न कुछ ऐसा हो जाता है जिससे पारिवार में क्लेश अथवा कोई ना कोई विवाद हो जाता है। तथा घर में आर्थिक संपन्नता तो होती है, लेकिन मानसिक रूप से सभी लोगों का स्वभाव और विचार एक-दूसरे व्यक्ति के प्रति विरोधी हो जाते हैं। परिवार में सभी लोगों का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है और हम लोग एक-दूसरे की छोटी बातों का भी बड़ा विवाद बना लेते हैं। परिवार में लोगों में सहनशीलता समाप्त हो जाती है, लेकिन हम लोग इसका कारण नहीं जान पाते हैं कि, आखिर हमारे घर और परिवार में ऐसा क्यों हो रहा है। वहीं गरुड़ पुराण में ऐसे कारणों के बारे में विस्तार से बताया गया है और कहा गया है कि, कई प्रकार उपाय अथवा अपने जीवन में कुद सुधार करने से इस प्रकार की नकारात्मकता को समाप्त किया जा सकता है। वहीं इन सुधारों से हमारे घर और परिवार में खुशहाली आ सकती है। गरुड़ पुराण के अनुसार, जिस घर में दरिद्रता बढ़ती है, उस घर में आपसी क्लेश उत्पन्न होने लगते हैं, घर के लोगों के बीच मतभेद और कई प्रकार के विवाद होने लगते हैं कभी कभी ये नकारात्मक ऊर्जा इतनी प्रभावी होती है कि क्लेश बड़े विवादों में बदल जाते हैं। वहीं समय के साथ-साथ कुछ विवाद बढ़ाने वाले कुछ इस तरह का सामान को घर से दूर देना चाहिए और अपने घर को साफ-सुथरा और स्वच्छ रखना चाहिए। तो आइए जानते हैं हम अपने जीवन और घर परिवार में कौन सी गलतियां करते हैं जो पारिवारिक क्लेश का कारण बनती है।

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रात में जूठे बर्तनों को ऐसे ही छोड़ देना

लोग अक्सर ऐसा करते हैं काम को कल पर टाल देते हैं। जैसे रात के खाने के बाद आलस में जूठे बर्तनों को धोने का काम सुबह के लिए छोड़ देते हैं या आज के मॉडर्न समय में लोग अपनी कामवाली के लिए जूठे बर्तनों को इकट्ठा रखते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार इससे दरिद्रता का वास होता है। इससे घर में क्लेश होता है झगड़े होते हैं पारिवारिक विवाद बढ़ते हैं। इस कारण को आप सभी आम सी बात मानते हैं पर बढ़ती नकारात्मकता का मुख्य कारण है, इसलिए रात के भोजन के पश्चात बर्तनों को साफ कर के अपने स्थान पर रख दें।

घर को अव्यवस्थित और गंदा ना रखें

आजकल देखा जाता है लोग अपने जीवन में इतना खो जाते हैं कि घर की साफ सफाई, व्यवस्था पर ध्यान नही देते हैं। पुराणों में कहा गया है कि जिस घर में स्वच्छता नही होती वहां कभी भगवान का वास नही होता है। गंदगी में रहना किसी को पसन्द नही होता है। गंदगी से परिवार कई बीमारियों का शिकार रहता है जिससे घर के खर्चे बढ़ते जाते हैं। आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे नकारात्मकता बढ़ती है आपसी मतभेद शुरू होते हैं किसी मुद्दे पर आपसी सहमति नही बन पाती है। सफाई करने से घर का माहौल भी सकारात्मक रहता है हर काम में आपका मन लगेगा अन्यथा हर कार्य अधूरा ही रह जायेगा। इसलिए घर में हमेशा साफ सफाई रखनी चाहिए जिससे नकारात्मकता दूर हो एवं भगवान का आशीर्वाद आपके साथ बना रहे।

घर में कबाड़ ना रखें

घर के किसी भी स्थान में यदि कबाड़ एकत्रित हो तो उसे शीघ्र ही हटा देना चाहिए। घर में ज्यादा समय तक लोहे या फर्नीचर से जुड़ा कबाड़ नही रखना चाहिए इससे पूरे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। गरुड़ पुराण के अनुसार इससे दरिद्रता बढ़ती है घर में आपसी क्लेश उत्पन्न होते हैं। लोगों में मतभेद बढ़ने लगते हैं कभी कभी ये ऊर्जा इतनी प्रभावी होती है कि क्लेश बड़े विवादों में बदल जाते हैं तो समय के साथ इस तरह का सामान घर से हटा देना चाहिए एवं घर को स्वच्छ रखना चाहिए।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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