Adhik Maas Purnima 2020 Date : अधिक मास पूर्णिमा के शुभ संयोग, इस मूहूर्त में पूजा का मिलेगा कई गुना फल

Adhik Maas Purnima 2020 Date : अधिक मास पूर्णिमा के शुभ संयोग, इस मूहूर्त में पूजा का मिलेगा कई गुना फल
X
Adhik Maas Purnima 2020 Date : अधिक मास पूर्णिमा (Adhik Maas Purnima) पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। जिनमें आज पूजा के अलावा स्नान और दान (Snan Or Daan) भी कर सकते हैं। इन शुभ संयोगों में किया गया कोई भी धार्मिक कार्य कई गुना फल प्रदान करता है तो आइए जानते हैं अधिक मास पूर्णिमा पर बनने वाले शुभ संयोगों के बारे में..

Adhik Maas Purnima 2020 Date : अधिक मास पूर्णिमा 1 अक्टूबर 2020 (Adhik Maas Purnima 1 October 2020) को पड़ रही है। इस पूर्णिमा (Purnima) पर यदि आप शुभ संयोगों में पूजा कर लेते हैं तो आपको भगवान सत्यनारायण की कृपा अवश्य ही प्राप्त होगी। लेकिन यदि आप इन शुभ संयोगो के बारे में नहीं जानते हैं तो हम आपको आज इसके बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं अधिक मास पूर्णिमा के शुभ संयोग।

अधिक मास पूर्णिमा के शुभ संयोग ( Adhi Maas Purnima Shubh Sanyog)

पुरुषोतम मास में पड़ने वाली पूर्णिमा को अधिक मास पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। अधिक मास में जप,तप,स्नान,दान और पूजा पाठ को विशेष महत्व दिया जाता है। इसी कारण से इस मास में पड़ने वाली पूर्णिमा भी अधिक महत्वपूर्ण होती है। इस बार अधिक मास पूर्णिमा पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। जिसमें आप पूजा करके कई गुना लाभ की प्राप्ति कर सकते हैं। इस दिन वृद्धि योग सुबह 8 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। जो एक शुभ योग माना जाता है।

इस योग में यदि आप अधिक मास पूर्णिमा की पूजा करते हैं तो आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होगी। इसके अलावा अधिक मास पूर्णिमा पर अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 47 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। वहीं इस दिन विजय मुहूर्त की बात करें तो यह दोपहर 2 बजकर 09 मिनट से दोपहर 2 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। यदि आप इन दोनों समय भी पूजा नहीं कर पाते हैं तो आप शाम के समय गोधूलि मुहूर्त में पूजा कर सकते हैं।

अधिक मास पूर्णिमा पर गोधूलि मुहूर्त शाम 05 बजकर 55 मिनट से शाम 06 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। यह सभी योग पूजा के लिए बहुत ही शुभ है। जिसमें आप अधिक मास पूर्णिमा की पूजा करते हैं तो आपको कई गुना लाभ की प्राप्ति होगी और साथ ही आपको भगवान सत्यनारायण की कृपा भी प्राप्त होगी। इसलिए आपको इस दिन इनमें से किसी भी एक संयोग में भगवान सत्यनारायण की पूजा करके लाभ अवश्य ही प्राप्त करना चाहिए।

Tags

Next Story