Adhik Maas Purnima 2020 Date And Time : अधिक मास पूर्णिमा व्रत विधि

Adhik Maas Purnima 2020 Date And Time : अधिक मास पूर्णिमा व्रत विधि
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Adhik Maas Purnima 2020 Date And Time : अधिक मास पूर्णिमा व्रत की विधि (Adhik Maas Purnima Vrat Ki Vidhi) जानना आपके लिए बेहद आवश्यक है। यदि आप इस दिन पूरे विधि विधान से व्रत नहीं रखते तो आपका अधिक मास पूर्णिमा का व्रत (Adhik Maas Purnima Vrat) सफल नहीं हो पाएगा तो चलिए जानते हैं अधिक मास पूर्णिमा व्रत की विधि।

Adhik Maas Purnima 2020 Date And Time : अधिक मास पूर्णिमा 1 अक्टूबर 2020 (Adhik Maas Purnima 1 October 2020) को है। इस दिन भगवान सत्यानारायण की पूजा (Lord Satyanarayan) और व्रत रखा जाता है। लेकिन आपको अधिक मास पूर्णिमा का व्रत रखने से पहले इसकी व्रत विधि अवश्य जान लेनी चाहिए। जिससे आपके व्रत में किसी भी प्रकार को कोई विघ्न न आए तो चलिए जानते हैं अधिक मास पूर्णिमा व्रत की संपूर्ण विधि।

अधिक मास पूर्णिमा व्रत की विधि (Adhik Maas Purnima Vrat Vidhi)

1.अधिक मास पूर्णिमा के दिन साधक को किसी पवित्र नदी या सरोवर में स्नान अवश्य करना चाहिए और साफ वस्त्र धारण करने चाहिए।

2. इसके बाद एक साफ चौकी लेकर उस पर गंगाजल छिड़कें और उस पर पीले रंग का वस्त्र बिछाएं।

3. वस्त्र बिछाने के बाद भगवान सत्यनारायण की मूर्ति या तस्वीर उस चौकी पर स्थापित करें।

4. इसके बाद हाथ में फूल और अक्षत लेकर व्रत का संकल्प लें और भगवान सत्यनारायण के चरणों में छोड़ दें।

5. व्रत का संकल्प लेने के बाद भगवान सत्यनारायण को पंचामृत से स्नान कराएं। जिसमें तुलसी दल अवश्य हो।स्नान कराते हुए भगवान विष्णु के नाम का जाप अवश्य करते रहेंं।

6. इसके बाद भगवान सत्यनारायण को पीले फूलों की माला पहनाएं और उन्हें पीले फूल, नैवेद्य, फल आदि अर्पित करें।

7. यह सभी चीजें अर्पित करने के बाद उनके आगे धूप व दीप जलाकर उनकी विधिवत पूजा करें और उनकी कथा पढ़ें और सुनें।

8.इसके बाद भगवान सत्यनारायण की धूप व दीप से आरती उतारें और हवन भी करें।

9. भगवान सत्यनारायण की धूप व दीप से आपती उतारने के बाद उन्हें पंजीरी का भोग लगाकर लोगों के बीच में बांट दें।

10.इसके बाद आप पूरे दिन व्रत रखकर शाम के समय भगवान सत्यनारयण के प्रसाद से अपने व्रत का पारण करें।

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