Adhik Maas Purnima 2020 Kab Ki Hai: जानिए क्या है अधिक मास पूर्णिमा पर दान का महत्व

Adhik Maas Purnima 2020 Kab Ki Hai: अधिक मास (Adhik Maas) में पड़ने वाली पूर्णिमा ( Purnima) बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। इस पूर्णिमा पर जप,तप,पूजा पाठ और स्नान के साथ - साथ दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन दिए गए दान का फल पूरे जीवन भर प्राप्त होता है और साथ ही अन्य देवी देवातओं का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
अधिक मास पूर्णिमा दान का महत्व (Adhik Maas Purnima Daan Ka Mahatva)
अधिक मास पूर्णिमा पर जितना स्नान को महत्व दिया जाता है उतना ही महत्व दान को भी दिया जाता है। इस पूर्णिमा पर दान की गई वस्तुओं का फल कई गुना बढ़कर प्राप्त होता है। इतना ही नहीं अधिक मास पूर्णिमा पर दान का फल कभी भी समाप्त नहीं होता है। अधिक मास की पूर्णिमा पर किसी भी प्रकार का दान करना अत्यंत ही शुभ माना जाता है। क्योंकि अधिक मास में जप, तप,स्नान के साथ दान करने से जीवन की सभी परेशानियां समाप्त होती है और साथ ही सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।
अधिक मास पूर्णिमा में किसी निर्धन व्यक्ति को इन सब चीजों का दान अवश्य ही करना चाहिए। इतना ही नहीं जो व्यक्ति अधिक मास पूर्णिमा को किसी ब्राह्मण को पूरी निष्ठा के साथ दान करता है। उसे मरने के उपरांत ब्रह्म लोक की प्राप्ति होती है। इसके अलावा माघ मास की पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण की पूजा की जाती है। जिसका फल कई गुना मिलता है। इसलिए अधिक मास की पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण की पूजा के बाद दान अवश्य करना चाहिए।
ऐसा करने से आपको भगवान सत्यनारायण की कृपा प्राप्त होगी। इसके अलावा इस दिन आप अपने पितरों के नाम से जो कुछ भी दान करते हैं। वह उन तक अवश्य पहुंचता है और इसका फल न केवल उनको बल्कि आपको भी प्राप्त होता है। अधिक मास पूर्णिमा पर पितरों के नाम से किए गए दान से न केवल आपको अपने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है बल्कि आपको अन्य देवी देवताओं का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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