Ahoi Ashtami 2020 : अहोई अष्टमी के शुभ संयोग, इस समय पूजा से संतान को मिलेगा लाभ ही लाभ

Ahoi Ashtami 2020 : अहोई अष्टमी के शुभ संयोग, इस समय पूजा से संतान को मिलेगा लाभ ही लाभ
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Ahoi Ashtami 2020 : अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) के शुभ संयोगों के बारे में आपके लिए जानना बेहद आवश्यक है। जिससे आप शुभ योगों में अहोई माता की पूजा (Ahoi Mata Ki Puja) करके कई गुना लाभ प्राप्त कर सकें तो चलिए जानते हैं अहोई अष्टमी के शुभ संयोग।

Ahoi Ashtami 2020 : अहोई अष्टमी का पर्व 8 नवंबर 2020 (Ahoi Ashtami Festival 8 November 2020) को मनाया जाएगा। इस दिन अहोई माता की पूजा के बाद तारों को अर्घ्य देकर संतान की दीर्घायु के लिए प्रार्थना की जाती है। लेकिन क्या आप इस दिन बनने वाले शुभ योगों के बारे में जानती हैं। आपको किस समय पर अहोई माता की पूजा करनी चाहिए और किस समय तारों को अर्घ्य देना चाहिए।अगर नहीं तो आज हम आपको बताएंगे अहोई अष्टमी के दिन बनने वाले शुभ संयोग (Ahoi Ashtami Shubh Sanyog) तो आइए जानते हैं अहोई अष्टमी के दिन बनने वाले सभी शुभ संयोग।

अहोई अष्टमी के शुभ संयोग (Ahoi Ashtami Ke Shubh Sanyog)

अहोई अष्टमी के दिन बहुत ही शुभ संयोग बन रहे हैं। जिसमें यदि आप पूजा करती हैं तो आपकी संतान की न केवल उम्र लंबी होगी। बल्कि उसे कई तरह के लाभ भी प्राप्त होंगे। इस दिन पुष्य नक्षत्र सुबह 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगा और उसके बाद अश्लेषा नक्षत्र का प्रारंभ हो जाएगा। इसके अलावा इस दिन रवि पुष्य योग सुबह 6 बजकर 14 मिनट से सुबह 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगा।

वहीं अहोई अष्टमी के दिन रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बह 6 बजकर 14 मिनट से सुबह 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगें। यदि इस दिन अभिजित मुहूर्त की बात करें तो यह सुबह 11 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा और इसके बाद दोपहर 2 बजकर 04 मिनट से दोपहर 2 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इन सभी शुभ योगों में आप अहोई माता की पूजा कर सकती हैं।

अहोई अष्टमी की ग्रह स्थिति (Ahoi Ashtami Graha Stithi)

अहोई अष्टमी पर यदि ग्रह स्थिति की बात करें तो इस दिन चंद्रमा कर्क राशि और अश्लेषा नक्षत्र में रहेगा। वहीं इस दिन सूर्य तुला राशि में रहेगा। इसके अलावा गुरु धनु राशि में,शनि मकर राशि में,मंगल मीन राशि में वक्री,बुध तुला राशि में,शुक्र कन्या राशि में,राहु वृषभ राशि में और केतु वृश्चिक राशि में रहेगा।इस दिन शनि और गुरु अपनी स्वंय की राशि में अन्य रहेंगे तो वहीं अन्य ग्रह अपनी मित्र राशि में रहेंगे। जिसकी वजह से इस बार अहोई अष्टमी का व्रत अत्यंत ही शुभ रहेगा।

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