Ahoi Ashtami 2022: गर्भवती महिलाएं अहोई अष्टमी व्रत में बरतें ये सावधानी, वरना...

Ahoi Ashtami 2022: गर्भवती महिलाएं अहोई अष्टमी व्रत में बरतें ये सावधानी, वरना...
X
Ahoi Ashtami 2022: हिन्दू पंचांग का कार्तिक मास व्रत और त्योहारों का मास कहा जाता है। इस मास में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आते हैं। जहां कार्तिक मास की शुरूआत में करवा चौथ का महत्वपूर्ण व्रत सुहागिन महिलाएं करती हैं, वहीं अहोई अष्टमी का व्रत भी महिलाओं के द्वारा अपनी संतान के सुखद भविष्य की कामना से किया जाता है।

Ahoi Ashtami 2022: हिन्दू पंचांग का कार्तिक मास व्रत और त्योहारों का मास कहा जाता है। इस मास में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आते हैं। जहां कार्तिक मास की शुरूआत में करवा चौथ का महत्वपूर्ण व्रत सुहागिन महिलाएं करती हैं, वहीं अहोई अष्टमी का व्रत भी महिलाओं के द्वारा अपनी संतान के सुखद भविष्य की कामना से किया जाता है। वहीं इस माह में अन्य भी कई महत्वपूर्ण पर्व आते हैं, जिनमें पांच दिवसीय दीपावली पर्व के साथ-साथ देव दिवाली और चार दिवसीय छठ पर्व भी प्रमुख हैं। वहीं अहोई अष्टमी का व्रत महिलाएं अपनी संतान को हर संताप से बचाने और उनकी दीर्घायु की कामना से करती हैं, लेकिन वहीं अगर आप गर्भवती हैं और अहोई अष्टमी का व्रत करना चाहती हैं तो आपको इस व्रत में कई सावधानियां बरतने की जरुरत होगी, वरना आपके गर्भ में पलने वाले शिशु के साथ आपको भी परेशानी हो सकती है। तो आइए जानते हैं, अहोई अष्टमी व्रत में गर्भवती महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखते हुए सावधान रहने की जरुरत है।

-गर्भवती महिलाओं को कभी भी निर्जला व्रत का पालन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपको और आपके शिशु को दिक्कत हो सकती है।

-गर्भवती महिलाओं को अगर अहोई अष्टमी व्रत के दौरान उल्टी आदि परेशानी होती है तो तुरन्त ही अनुभवी चिकित्सक से परामर्श करें।

-अहोई अष्टमी व्रत में थोड़े गर्म वस्त्र ही पहनें, क्योंकि इस दौरान पड़ने वाली गुलाबी ठंड आपको और आपके शिशु को हानि पहुंचा सकती है।

-गर्भवती महिलाएं व्रत के दौरान लगातार पानी का सेवन करती रहें। इससे आपके और आपके गर्भ में पल रहे शिशु को कोई परेशानी नहीं होगी।

-अहोई अष्टमी व्रत के दौरान बिलकुल भी भागदौड़ ना करें और ना नहीं कोई झुकने का काम करें।

-व्रत के दौरान आप सीढ़ियों पर उतना-चढ़ना बंद कर दें और ना ही अधिक देर तक एक जगह पर बैठी रहें। ऐसा करने से आपकी सेहत खराब हो सकती है।

-इस दिन कॉफी और चाय के सेवन से बचें और नियमित रूप से फलाहार व जूस आदि का सेवन करें। ऐसा करने से आपको और आपके शिशु को भरपूर ऊर्जा प्राप्त होगी।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

Tags

Next Story