Akshaya Tritiya 2021 : अक्षय तृतीया पर ना करें ये पांच काम

- वैशाख का महीना व्रत-त्योहारों की दृष्टि से खास होता है।
- अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) ऐसा अबूझ मुहूर्त (Abuj muhurta) है जिसमें कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है।
- जानें, अक्षय तृतीया के दिन क्या करें।
Akshaya Tritiya 2021 : वैशाख का महीना व्रत-त्योहारों की दृष्टि से खास होता है। शास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) ऐसा अबूझ मुहूर्त (Abuj muhurta) है जिसमें कोई भी शुभ कार्य (auspicious work) किया जा सकता है। अक्षय तृतीया का पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है। इस दिन बिना किसी मुहूर्त को देखे शुभ कार्यों की शुरुआत कर सकते हैं। साल 2021 में अक्षय तृतीया का पर्व 14 मई, दिन शुक्रवार को है। कहते हैं कि इस दिन जो भी शुभ कार्य किया जाए उसका कई गुना फल मिलता है। इस दिन सोना खरीदने की भी परंपरा है, लेकिन वहीं शास्त्रों में इस तिथि को लेकर कुछ नियम भी बताए गए हैं। जिनका पालन कर इस तिथि का पूर्ण लाभ लिया जा सकता है। तो आइए जानते हैं वे कौन से कार्य हैं जो इस दिन करने वर्जित माने गए हैं।
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1. खाली हाथ घर में प्रवेश ना करें
अक्षय तृतीया के दिन कुछ न कुछ खरीदने की परंपरा है। इस दिन सोना खरीदना शुभ होता है। मान्यता है कि इस दिन खरीदी जाने वाली वस्तु का कभी भी क्षय नहीं होता अर्थात वो वस्तु कभी खत्म नहीं होती। इस दिन एक बात का विशेष ध्यान रखें कि इस दिन खरीददारी का बहुत महत्व होता है ऐसे में घर में खाली हाथ नहीं आना चाहिए। यदि आप सोना नहीं खरीद सकते तो आप अपनी जरुरत या क्षमता के अनुसार कुछ ना कुछ सामान जरुर खरीद लें।
2. घर में अशुद्धि ना रखें
अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा करने का विधान है। इसलिए इस दिन विशेषकर पूजा करते समय स्वच्छता एवं शुद्धता का विशेष ध्यान रखें । मान्यता है कि मां लक्ष्मी वहीं प्रवेश करती हैं जहां साफ-सफाई होती है। अक्षय तृतीया से पहले ही पूजास्थल की साफ-सफाई अवश्य करें। पूजा स्थल के साथ-साथ खुद की भी साफ-सफाई का ध्यान रखकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
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3. बिना स्नान तुलसीदल ना तोड़ें
शास्त्रों में तुलसी को बेहद खास और पूजनीय स्थान प्राप्त है। भगवान विष्णु जी को तुलसी बहुत ही प्रिय है इसलिए शास्त्रों में ये बात बतायी गई है कि अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर बिना स्नान करे तुलसी के पत्ते ना तोड़ें।
4. क्रोध ना करें
अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु जी की पूजा की जाती है। अक्षय तृतीया का दिन शुभ कार्यो के लिए बेहद खास होता है। किसी भी तरह के शुभ कार्यों को करने के लिए घर का वातावरण और मन का शांत होना बेहद जरुरी है इसीलिए अक्षय तृतीया के दिन दूसरों के लिए अपने मन में क्रोध का भाव ना रखें, क्योंकि माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु ऐसे व्यक्तियों के पास नहीं ठहरते जिनके मन में क्रोध का भाव अथवा बुरे भाव रहते हैं।
5. किसी का निरादर ना करें
यह तिथि अबूझ मुहूर्त में शामिल है, इस दिन किए गए कार्यों और दान-पुण्य का फल अक्षय और अनंत होता है इसीलिए अक्षय तृतीया के दिन कोशिश करें कि आप बड़ों का निरादर ना करें। घर के बाहर आए जरुरतमंद व्यक्ति को खाली हाथ वापस ना जाने दें। जरुरी है कि आप अपनी सामर्थ्य के अनुसार कुछ ना कुछ दान जरुर दें। साथ ही आप इस दिन हर किसी को मान-सम्मान जरुर दें।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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