Amavasya 2023 Dates list: साल 2023 में कितनी अमावस्या तिथि रहेंगी, यहां देखें नए वर्ष का अमावस कैलेंडर

Amavasya 2023 Dates List: हिन्दू सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत ही अधिक महत्व माना जाता है। अमावस्या के दिन चंद्रमा पूरी तरह से गायब रहता है और यह रात काली भयानक रात होती है। इस दिन रात्रि के समय चंद्रमा नहीं निकलता है। ब्रह्मांड में चारों ओर रात्रि के दौरान घना अंधकार छाया रहता है। वहीं अमावस्या और पूर्णिमा तिथि से ही हर महीने के दोनों पखवाड़े निधार्रित किए जाते हैं। पूर्णिमा तिथि के बाद जहां कृष्ण पक्ष शुरू होता है, वहीं अमावस्या तिथि के बाद में शुक्ल पक्ष की शुरूआत होती है। वहीं हर साल 12 अमावस्या तिथि आती हैं, लेकिन जिस वर्ष अधिकमास होता है, उस वर्ष में 13 अमावस्या तिथियां पड़ती हैं और एक अमावस्या तिथि बढ़ जाती है। वहीं अमावस्या तिथि के दिन लोग स्नान-दान और पुण्य आदि धार्मिक कर्मकांड और व्रत-अनुष्ठान आदि करते हैं। जिससे उन्हें पुण्यफल की प्राप्ति होती है। इसके लिए लोग अमावस्या तिथि का बहुत इंतजार भी करते हैं और यह जानने के लिए इच्छुक रहते हैं कि कौन से मास की अमावस्या तिथि कब है। तो आइए जानते हैं साल 2023 में कितनी अमावस्या तिथि रहेंगी और इन अमावस्या तिथि का दिन और दिनांक क्या रहेगा।
अमावस्या 2023 तिथि कैलेंडर (Amavasya 2023 Dates list)
दिनांक और अग्रेजी माह | वार | हिन्दू मास |
21 जनवरी 2023 | शनिवार | माघ अमावस्या, मौनी अमावस्या, शनैश्चरी अमावस्या |
20 फरवरी 2023 | सोमवार | फाल्गुन अमावस्या, सोमवती अमावस्या |
21 मार्च 2023 | मंगलवार | चैत्र अमावस्या, भौमवती अमावस्या |
20 अप्रैल 2023 | गुरुवार | वैशाख अमावस्या |
19 मई 2023 | शुक्रवार | ज्येष्ठ अमावस्या |
18 जून 2023 | रविवार | आषाढ़ अमावस्या |
17 जुलाई 2023 | सोमवार | श्रावण अमावस्या, प्रथम श्रावण शुद्ध मास अमावस्या |
16 अगस्त 2023 | बुधवार | श्रावण अमावस्या, द्वितीय श्रावण अधिकमास अमावस्या |
14 सितंबर 2023 | गुरुवार | भाद्रपद अमावस्या |
14 अक्टूबर 2023 | शनिवार | अश्विन अमावस्या, शनैश्चरी अमावस्या |
13 नवंबर 2023 | सोमवार | कार्तिक अमावस्या, सोमवती अमावस्या |
12 दिसंबर 2023 | मंगलवार | मार्गशीर्ष अमावस्या, भौमवती अमावस्या |
वहीं पंचांग मतभेद के कारण अमावस्या की तिथियों में कुछ बदलाव हो सकता है। कहा जाता है कि अमावस्या के दिन नदी, सरोवर और कुंड आदि में देवता निवास करते हैं। इसीलिए अमावस्या के दिन हिन्दू सनातन धर्म के लोग किसी पवित्र नदी, कुण्ड या सरोवर में स्नान करते हैं। कहा जाता है कि, अमावस्या तिथि पर गंगाजल से स्नान करने पर कार्तिक स्नान के समान ही पुण्य की प्राप्ति होती है। अमावस्या तिथि पर अन्न दान, वस्त्र दान, गौ दान, भूमि दान, स्वर्ण दान आदि करने की भी परंपरा पौराणिक काल से ही रही है। इसीलिए इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि अपराह्नकाल व्यापिनी अमावस्या तिथि पितर कार्य और उदयकाल व्यापिनी अमावस्या में देवकार्य किए जाते हैं।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS