20 मुखी रुद्राक्ष का क्या है महत्व, जानें इसको धारण करने की विधि

20 Mukhi Rudraksha: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का बहुत ही बड़ा महत्व माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं। लेकिन आज हम बात करने वाले हैं 20 मुखी रुद्राक्ष (20 Mukhi Rudraksha) के बारे में, जो परम ब्रह्म द्वारा धन्य है। ऐसी मान्यता है कि 20 मुखी रुद्राक्ष में वेदों के त्रिदेवों यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश शामिल हैं। कहा जाता है कि 20 मुखी रुद्राक्ष में दिव्य शक्तियां विराजमान होती है। जो जातक इस 20 मुखी रुद्राक्ष को धारण करता है, उसे जीवन के सभी क्षेत्र में लाभ प्राप्त होता है। ऐसी मान्यता है कि 20 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से धन और आध्यात्मिकता में वृद्धि होती है और साथ जातक बुद्धिमान बन जाता है।
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शास्त्रों के अनुसार, 20 मुखी रुद्राक्ष को कुबेर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त है। कुबेर महाराज को धन का संरक्षक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, 20 मुखी रुद्राक्ष के स्वामी सभी नौ ग्रह हैं, जो चंद्रमा के क्रूर प्रभाव से जातक की रक्षा करते हैं। शास्त्रों के अनुसार, जिस जातक की कुंडली में ग्रहों के परिवर्तन से जीवन में समस्याएं होती हैं, तो वैसे में 20 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से ग्रहों का प्रभाव और चाल कम हो जाता है।
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शास्त्रों में 20 मुखी रुद्राक्ष को ऊर्जा का एक बिजलीघर कहा जाता है। जो जातक इस 20 मुखी रुद्राक्ष को धारण करता है, उसके अंदर सकारात्मक ऊर्जाओं का संचार होने लगता है। इसलिए जो भी जातक इस रुद्राक्ष को धारण करना चाहते हैं, वो पहले किसी विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें। ऐसी मान्यता है कि 20 मुखी रुद्राक्ष धारण हर व्यक्ति नहीं कर सकता है। 20 मुखी रुद्राक्ष जातक को जन्मकुंडली के अनुसार पहनने का सलाह दिया जाता है। अगर कोई जातक बिना किसी ज्योतिष या विशेषज्ञ से सलाह लिए पहनता है, तो उस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगते हैं।
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20 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का दिन
शास्त्रों के अनुसार, 20 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के लिए शुभ दिन को लेकर ज्योतिषों द्वारा सलाह दी जाती है। ज्योतिषियों का कहना है कि 20 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से पहले जातक प्रातकाल उठकर स्नान आदि करें। इसके बाद साफ-सुथरा कपड़ा पहने और पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें। बैठने के बाद, ओम ज्ञां ज्ञीं लं अं ऐं श्रीं मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जाप करने के बाद रुद्राक्ष को धारण करें। आप इस रुद्राक्ष को गले या ब्रेसलेट के रूप में पहन सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि 20 मुखी रुद्राक्ष को लाल धागे के साथ चांदी या सोने में धारण करना चाहिए।
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Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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