Astrology News: रात्रि के समय मंदिरों के कपाट क्यों बंद किए जाते हैं, जानें इसके कारण और महत्व

Astrology News: रात्रि के समय मंदिरों के कपाट क्यों बंद किए जाते हैं, जानें इसके कारण और महत्व
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Astrology News: शास्त्रों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कोई भी व्यक्ति मंदिर हमेशा स्नान करके शुद्ध तन-मन से जाता है। मंदिर की सीढ़ियों को झुककर प्रणाम करते है। साथ ही संध्या के समय शयन आरती भी करते है और उन सारे नियमों का पालन करता है।

Astrology News: सनातन धर्म में ऐसी बहुत सारी बाते लिखी हुई हैं जिनका हमारे जीवन से कोई न कोई जुड़ाव जरूर होता है। ऐसे ही मंदिर से जुड़े कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करना हमारे जीवन के लिए बहुत ही जरूरी है। इन नियमों का पालन करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है।

शास्त्रों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कोई भी व्यक्ति मंदिर हमेशा स्नान करके शुद्ध तन-मन से ही जाता है। मंदिर की सीढ़ियों को झुककर प्रणाम करता है। साथ ही संध्या के समय शयन आरती भी करता है और उन सारे नियमों का पालन करता है। उन्हीं नियमों में से एक है रात में मंदिर के कपाट बंद क्यों कर दिए जाते हैं। आपके मन में जरूर ख्याल आता होगा। तो चलिए इस ख्याल को खबर के माध्यम से दूर करते हैं।

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ऐसे तो कई सारे नियम हैं, जो शास्त्रों और ग्रंथों में बताए गए हैं और इनका पालन भी किया जाता है। जिससे हमारे मन को शांति मिलती है। रात में मंदिर के कपाट बंद करने के पीछे का कारण धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं पर आधारित है। मंदिर का कपाट बंद करने का नियम अलग-अलग है। यदि इसके मुख्य कारण जानना चाहते हैं, तो आइये विस्तार से जानते हैं।

रात में मंदिर का कपाट बंद करने का क्या है आध्यात्मिक महत्व

हर रोज मंदिर में पूजा और भक्ति होती है। जिसके कारण मंदिर में आध्यात्मिक ऊर्जा समाहित होती है। रात के समय यदि मंदिर के दरवाजे बंद करते हैं, तो सारी ऊर्जा मंदिर के परिसर में संरक्षित रहती है। ऐसी मान्यता है कि मंदिर के भीतर रात भर में आध्यात्मिक ऊर्जा कई गुना बढ़ जाती है, जिससे अगले दिन सुबह में भक्तों को दर्शन करने का लाभ मिलता है। इसलिए कहा जाता है कि किसी भी व्यक्ति को प्रातकाल जल्दी उठकर मंदिर जाना चाहिए, ताकि आध्यात्मिक ऊर्जा को प्राप्त कर सकें।

कपाट बंद करना सुरक्षा और संरक्षण का होता है प्रतीक

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मंदिरों में स्थापित मूर्तियां काफी मूल्यवान धातुओं से बनी होती हैं। अगर मंदिर के कपाट बंद न किए गए, तो चोरी होने का डर बढ़ जाता है। मंदिरों में मूर्तियों के साथ ही साथ धनराशि भी रखी जाती है, जो मंदिर के विकास और जन कल्याण के लिए रखी जाती है। अगर मंदिर के दरवाजे रात में बंद न किया जाएं, तो कोई भी उसे चुरा सकता है। इसलिए मंदिर की सुरक्षा के लिए भी रात्रि के समय दरवाजे बंद किए जाते हैं।

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Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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