Jyotish Shastra : बीज मंत्र का जप करने से होते हैं ये चमत्कारिक लाभ, जानें...

Jyotish Shastra : बीज मंत्र का जप करने से होते हैं ये चमत्कारिक लाभ, जानें...
X
  • ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) में बीज मंत्र (Beej Mantra) को बहुत अधिक लाभकारी माना जाता है।
  • प्रत्येक ग्रह और देवता का अपना एक बीज मंत्र होता है
  • बीज मंत्रों का जप सुखी जीवन की कुंजी है।

Jyotish Shastra : ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) में बीज मंत्र (beej mantra) को बहुत अधिक लाभकारी माना जाता है। प्रत्येक ग्रह और देवता का अपना एक बीज मंत्र होता है और बीज मंत्र के निरंतर जप करने से अनेक प्रकार के शुभ लाभ तो मिलते ही हैं साथ ही अनेक विद्वानों का कहना है कि बीज मंत्रों का जप सुखी जीवन की कुंजी है। अनेक व्यक्तियों का मानना है कि, बीज मंत्र छोटे होते हैं और उनका उतना प्रभाव भी कम ही होता है। किन्तु सच तो यह है कि बीज मंत्र में विशेष ताकत होती है और इन मंत्रों का अगर नियम पूर्वक और सच्चे मन से जप किया जाए तो व्यक्ति को सफलता जरुर मिलती है। बीज मंत्र में संबंधित ग्रह की शक्तियां विद्यमान रहती हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि, बीज मंत्र व्यक्ति के लिए एक सुरक्षा कवच और संजीवनी की तरह काम करता है और आध्यात्मिक शक्तियां प्रदान करता है।

ये भी पढ़ें : Holi 2021 : होली के 10 सबसे बेहतरीन वॉलपेपर से सजाएं फेसबुक और वाट्सऐप

बीज मंत्र के लाभ (Beej Mantra Benefits)

बीज मंत्रों का जप करने से व्यक्ति को अनेक लाभ मिलते हैं।

  • बीज मंत्रों का प्रभाव अचूक होता है इनका जप करने से आध्यात्मिक शक्तियां प्राप्त होती हैं।
  • बीज मंत्रों का जप व्यक्ति को मानसिक शांति प्रदान करता है।
  • बीज मंत्र का जप करन से व्यक्ति की काम-वासना उसे परेशान नहीं करती है।
  • बीज मंत्र का जप करने से व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत रहता है।
  • बीज मंत्र का जप से व्यक्ति कुंडली में संबंधित ग्रह को मजबूत कर सकता है और उस ग्रह से संबंधित लाभ प्राप्त कर सकता है।

ये भी पढ़ें : Amalaki Ekadashi 2021 : कल गाय को खिला दें ये चीज, हर परेशानी से मिलेगी मुक्ति

नवग्रह के बीजमंत्र

सूर्य का बीज मंत्र

ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।।

मंगल का बीज मंत्र

ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः।।

बुध का बीज मंत्र

ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः।।

गुरु का बीज मंत्र

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरूवे नमः।।

शुक्र का बीज मंत्र

ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः।।

शनि का बीज मंत्र

ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:।।

राहु का बीज मंत्र

ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:।।

केतु का बीज मंत्र

ॐ स्रां स्रीं स्रों सः केतवे नमः।।

चंद्रमा का बीज मंत्र

ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः।।

चंद्रमा के बीजमंत्र का जप करके आप अपने जीवन से जुड़ी अनेक परेशानियों से निजात पा सकते हैं। चंद्रमा को मन का कारक ग्रह माना जाता है और मन के संतुलित होने पर बहुत चीजें स्वयं ही सही दिशा में चलने लगती हैं। चंद्रमा के बीज मंत्र से मन को शांति मिलती है और जीवन में संतुलन आता है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

Tags

Next Story