Budha Vakri 2023: अप्रैल में बुध वक्री का मेष राशि में गोचर, इन 2 राशियों की चमकेगी किस्मत, एक के बुरे दिन

Budha Vakri 2023: ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जब भी कोई ग्रह अपनी सामान्य चाल यानी मार्गी चाल की बजाए वक्री चाल चलता है तो इस वक्री कहा जाता है। ग्रह विपरित दिशा में चलता है। बुध देव को ग्रहों का राजकुमार कहा गया है। बुध को बुद्धि, शेयर बाजार, तर्क शक्ति और व्यापार का कारक माना गया है। इसलिए जब भी बुध अपने चाल बदलते हैं तो इससे कुछ राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। 21 अप्रैल 2023 को बुध मेष राशि में वक्री होने जा रहे हैं। जिसकी कुल अवधि 24 दिन है।
बुध वक्री 2023 तारीख और समय
बुध वक्री 2023 तारीख - 21 अप्रैल 2023
बुध वक्री 2023 दिन और प्रारंम्भ समय - शुक्रवार दोपहर 2:04 बजे से
बुध वक्री 2023 समापन - 15 मई 2023 सोमवार को सुबह 8:46 बजे तक
बुध वक्री से इन 3 राशियों पर कैसा पड़ेगा प्रभाव
मेष राशि - बुध देव आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। इन 24 दिनों की अवधि के दौरान आप जीवन से जुड़े हुए निर्णय आसानी से लेंगे। नौकरी के क्षेत्र में प्रगति होगी। जो जातक व्यापार कर रहे हैं। उन लोगों को लाभ होगा। मेष राशि में वक्री के दौरान आपके खर्च बढ़ सकते हैं। आपको लोन या कर्ज लेना पड़ सकता है। प्रेम संबंधों में तालमेल की कमी महसूस हो सकती है। इस दौरान ॐ बुधाय नमः मंत्र का 19 बार जाप करते रहें।
वृषभ राशि - बुध आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध वक्री होने की वजह से आपके लिए खर्च बढ़ेंगे और बाधाएं सामने आएंगी। पारिवारिक मतभेदों और धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। प्रमोशन मिलने के आसार बेहद कम है। कार्यों में रुकावटें और देरी की समस्या का सामना करना पड़ेगा। इन जातकों को किसी यात्रा के दौरान रद्दी के कारण धन हानि हो सकती है। साथी और परिवार के सदस्यों के साथ आपसी मेलजोल थोड़ा सा दर्ज हो सकता है। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। ॐ नमो नारायणा मंत्र का 11 बार जाप करें।
मिथुन राशि - बुध आपके पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं। ये आपके 11वें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। बुध की वक्री स्थिति मिथुन राशि वालों के लिए हानिकारक कही जा सकती है। नौकरी और विदेश यात्रा के संबंध में नए अवसर मिल सकते हैं। व्यापार के क्षेत्र में मिलने वाले मौकों का लाभ उठाने में सफल होंगे। इस अवधि के दौरान ॐ नमो नारायणाय मंत्र का 21 बार जाप करते रहें।
डिस्क्लेमर: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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