Chandra Grahan 2022 : देव दीपावली पर लगने जा रहा साल का अंतिम चंद्र ग्रहण, जानें किन लोगों को रहना होगा सावधान

Chandra Grahan 2022 : देव दीपावली पर लगने जा रहा साल का अंतिम चंद्र ग्रहण, जानें किन लोगों को रहना होगा सावधान
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Chandra Grahan 2022 : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण का विशेष महत्व माना जाता है। ग्रहण को लेकर हिन्दू सनातन धर्म में कई नियम बनाए गए हैं। शास्त्रों में ग्रहण को अशुभ घटना भी माना जाता है और इस दौरान किसी भी प्रकार की पूजा और शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं।

Chandra Grahan 2022 : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण का विशेष महत्व माना जाता है। ग्रहण को लेकर हिन्दू सनातन धर्म में कई नियम बनाए गए हैं। शास्त्रों में ग्रहण को अशुभ घटना भी माना जाता है और इस दौरान किसी भी प्रकार की पूजा और शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं। साल 2022 में कुछ चार ग्रहण ही पड़ेंगे। जिनमें से दो सूर्य ग्रहण और एक चंद्र ग्रहण तो पड़ चुके हैं। वहीं साल 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण अभी लगना बाकी है। जोकि कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है। बता दें कि, सूर्य ग्रहण के 15 दिन बाद चंद्र ग्रहण लगता है। ऐसे में इस साल दिवाली के दिन सूर्य ग्रहण लगा था और अब दिवाली के ठीक 15 दिन बाद में देव दीपावली पर चंद्र ग्रहण लगेगा। वहीं साल 2022 में दिवाली 25 अक्टूबर के दिन थी और इसके ठीक 15 दिन बाद अब देव दीपावली के दिन चंद्र ग्रहण पड़ रहा है। ज्योतिष की मानें तो सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या के दिन और चंद्र ग्रहण हमेशा ही पूर्णिमा के दिन लगता है। वहीं इस बार देव दीपावली 08 नवंबर को पड़ रही है, लेकिन चंद्र ग्रहण के सूतक काल से पहले ही देव दीपावली मनायी जाएगी। इसीलिए ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस बाद देव दीपावली एक दिन पहले ही 07 नवंबर 2022, दिन सोमवार को मनायी जाएगी।

साल 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में दिखायी देगा। इसका समय 08 नवंबर दोपहर 01:32 बजे से लेकर शाम को 07:27 बजे तक रहेगा। वैज्ञानिकों के अनुसार, साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारत समेत दक्षिणी पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, हिंद महासागर आदि स्थानों पर देखा जा सकता है।

वहीं ज्योतिष की माने तो चंद्र ग्रहण का सूतक काल 09 घंटे पहले शुरू हो जाता है। ऐसे में सूतक लगने से पहले ही देव दीपावली मनायी जाएगी।

वैज्ञानिकों के अनुसार, चंद्र ग्रहण के समय सूर्य- चंद्रमा और पृथ्वी एक ही सीध में होते हैं। जिसके कारण चंद्र ग्रहण लगता है।

चंद्र ग्रहण के दौरान कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। ग्रहण के बाद हिन्दू धर्म में दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। कहते हैं कि, ग्रहण का सूतक काल अशुभ होता है। इसमें कोई भी शुभ कार्य, पूजा-अनुष्ठान आदि नहीं करने चाहिए। ग्रहण खत्म होने तक सूतक काल रहता है।

चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भी अपना ध्यान रखना चाहिए। कोशिश करें कि, इस दौरान भगवान के नाम का स्मरण करते रहें और किसी भी प्रकार का अन्य कोई कार्य ना करें। सूतक लगने के बाद पूजा-पाठ करने की मनाही होती है। इस दौरान यात्रा और सोना भी मना होता है। ग्रहण के दौरान किसी धारदार वस्तु का प्रयोग ना करें।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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