Chankaya Niti: स्त्री के ये गुण बना देते हैं पति को महान, जानें इसकी सच्चाई

Chankaya Niti: स्त्री के ये गुण बना देते हैं पति को महान, जानें इसकी सच्चाई
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Chankaya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी पुस्तक चाणक्य नीति में अच्छी महिलाओं के गुणों के विषय में विस्तार से बताया है और उन्होंने चाणक्य नीति में लिखा है कि महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा चालाक होती हैं और वो पुरुषों से अधिक समझदार होती हैं। जबकि अधिकतर समाज में ऐसा माना जाता है कि महिलाओं के मुकाबले पुरुष अधिक साहसी होते हैं।

Chankaya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी पुस्तक चाणक्य नीति में अच्छी महिलाओं के गुणों के विषय में विस्तार से बताया है और उन्होंने चाणक्य नीति में लिखा है कि महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा चालाक होती हैं और वो पुरुषों से अधिक समझदार होती हैं। जबकि अधिकतर समाज में ऐसा माना जाता है कि महिलाओं के मुकाबले पुरुष अधिक साहसी होते हैं। वहीं कामुकता के बारे में आचार्य चाणक्य अपनी पुस्तक चाणक्य नीति में बताया है कि महिलाएं पुरुषों से आठ गुना अधिक कामुक होती हैं। वहीं उन्होंने पत्नी के गुण और अवगुणों पर भी अपनी पुस्तक में लिखा है और कहा है कि अच्छे गुणों वाली पत्नी अपने पति के लिए बहुत ही लकी साबित होती है। तो आइए जानते हैं चाणक्य नीति के अनुसार अच्छी पत्नी में कौन से चार गुणों का होना आवश्यक माना जाता है।

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सा भार्या या गृहे दक्षा सा भार्या या प्रियंवदा।

सा भार्या या पतिप्राणा सा भार्या या पतिव्रता।।

अर्थात: जो पत्नी गृहकार्य में दक्ष है, जो प्रियवादिनी है, जिसके पति ही प्राण हैं और जो पतिपरायणा है, वास्तव में वही पत्नी है।

गृहे दक्षा

जो स्त्री घर का सभी काम जिम्मेदारी से करें और रसोई का काम, घर की साफ-सफाई व्यवस्थित रखती हैं तथा बच्चों आदि की जिम्मेदारी ठीक प्रकार से निभाती हैं। ऐसी स्त्रियां पति को बहुत प्रिय होती हैं।

प्रियंवदा

जो स्त्री अपने पति से स्नेह करती है और हमेशा हर परिस्थिति में मीठा और प्रिय बोलती है। यानि पति के मनोभाव को देखकर ही बातचीत करती है। वह स्त्री भी पति की प्रिय ही मानी जाती है।

पतिप्राणा

जो स्त्री अपने पति को प्राणों से भी अधिक प्रेम करती है और उसकी सभी बातों को मानती है। कभी भी पति की अवज्ञा नहीं करती। तथा अपने पति के लिए कभी कोई समस्या खड़ी नहीं करती है, ऐसी पत्नी भी पति के लिए बहुत ही प्रिय होती है।

पतिव्रता

जो स्त्री पतिव्रता होती है, उस स्त्री को समाज में बहुत ही सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। क्योंकि पत्नी का सबसे बड़ा धर्म यहीं होता है कि वह अपने पति तथा परिवार और उसके कुल के हितों के अनुरूप ही आचरण करें।

वहीं जिस भी स्त्री में ये चारों गुण हों, वह स्त्री और उसका पति दोनों ही बहुत भाग्यशाली और महान होते हैं। ऐसे दंपति को समाज में सम्मान तो मिलता ही है। वहीं ये लोग मृत्यु के उपरांत स्वर्ग में भी सभी प्रकार के सुखों को प्राप्त करते हैं।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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