Chhath Puja 2021: छठ पूजा में सूर्य को अंतिम अर्घ्य देने से घर में आती है समृद्धि, जानें इसके लाभ

Chhath Puja 2021: छठ हिंदू त्यौहार है जो हर साल लोगों द्वारा बहुत उत्सुकता के साथ मनाया जाता है। ये हिंदू धर्म का बहुत प्राचीन त्यौहार है, जो ऊर्जा के परमेश्वर के लिए समर्पित है जिन्हें सूर्य या सूर्य षष्ठी के रूप में भी जाना जाता है। लोग पृथ्वी पर हमेशा के लिये जीवन का आशीर्वाद पाने के लिए भगवान सूर्य को धन्यवाद देने के लिये ये त्यौहार मनाते हैं। आज कार्तिक छठ पूजा 2021 का तीसरा दिन है और आज सन्ध्या अर्घ्य के बाद कल सुबह यानि गुरुवार को सूर्यदेव को छठ पूजा का अंतिम अर्घ्य दिया जाएगा है। तथा सूर्यदेव को इस उषा अर्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व का समापन हो जाएगा। जहां छठ पर्व पर सूर्य को अंतिम अर्घ्य दिया जाता है वहीं सूर्य को अंतिम अर्घ्य देने के कुछ लाभ होते हैं। तो आइए आप भी जानें सूर्य को अंतिम अर्घ्य देने के लाभ और छठ सामग्री के बारे में...
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सूर्य को अंतिम अर्घ्य देने के लाभ
- सूर्यदेव को अंतिम अर्घ्य देने से संतान संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। इससे नाम और यश बढ़ता है। अपयश के योग भंग होते हैं।
- पिता-पुत्र के संबंध ठीक होते हैं।
- हृदय रोग और हड्डियों के रोग में अद्भूत लाभ होता है।
- कहा जाता है कि यदि आप छठ पूजा के दौरान सूर्यदेव को अंतिम अर्घ्य देते हैं तो यह आपके घर में सुख और समृद्धि लाता है।
- आपके जीवन में यश और वैभव की प्राप्ति भी होती है।
छठ पूजा सामग्री
नये वस्त्र, बांस की दो बड़ी टोकरी या सूप, थाली, पत्ते लगे गन्ना, बांस या फिर पीतल के सूप, दूध, जल, गिलास, चावल, सिंदूर, दीपक, धूप, लोटा, पानी वाला नारियल, अदरक का हरा पौधा, नाशपाती, शकरकंदी, हल्दी, मूली, मीठा नींबू, शरीफा, केला, कुमकुम, चंदन, सुथनी, पान, सुपारी, शहद, अगरबत्ती, धूप बत्ती, कपूर, मिठाई, गुड़, चावल का आटा, गेहूं।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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