Dev Uthani Ekadashi 2022 : देवउठनी एकादशी पर आज उठो देव, जागो देव... गीत गाकर भगवान विष्णु को जगाए, मिलेगा ये आशीर्वाद

Dev Uthani Ekadashi 2022 : आज देवउठनी एकादशी के साथ ही चातुर्मास का समापन हो जाएगा और भगवान श्रीहरि विष्णु योगनिंद्रा से जाग जाएंगे। वहीं भगवान श्रीहरि को जगाने के लिए कई प्रकार के लोकगीत गाए जाते हैं। देवउठनी एकादशी के दिन विधि पूर्वक भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और शुभ मुहूर्त में शालिग्राम जी के संग तुलसी जी का विवाह संपन्न कराया जाता है। ऐसा करने से कन्या दान के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं आज के दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है। आज के दिन दान-पुण्य करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है और कई यज्ञ के बराबर अक्षय पुण्य मिलता है। भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाने के लिए देवउठनी एकादशी से अच्छा कोई दिन नहीं है। तो आइए आज देवउठनी एकादशी के दिन उठो देव, जागो देव लोकगीत गाकर भगवान श्रीहरि को जगाए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
उठो देव, जागो देव
देव उठेंगे कार्तिक मास, कार्तिक मास,
नई है टोकरी नई है कपास, नई है कपास
जारे मूसे दाव कटाए, दाव कटाए
दाव कटाए जब जेबरी बटाए, जेबरी बटाए
जेबरी बटाए जब खाट बुनाए, खाट बुनाए
खाट बुनाए जब बामन देयो, बामन देयो
बामन देयो गोरी गाय, गोरी गाय
माय पूजे धीए खिलाए
वा को पुन्य अखंड जाए
भाभी पूजे नंदुल खिलाए
या को पुन्य महाफल होए
भुडभुडइया को आयो ताज
राज करें आशीष को बाप
भुडभुडइया को आयो ताज
राज करें अजीत को बाप
ओरे कोरे धरे चपेटा, धरे चपेटा
गुलाबो राज करें तेरे ही बेटा, तेरे ही बेटा
ओरे कोरे धरे मजीरा, धरे मजीरा
ये हैं बहनो तुम्हारे ही बीरा, तुम्हारे ही बीरा
उठे देव, जगे देव,
देव उठ गए कार्तिक मास
।।जय नारायण।।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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