Dhanteras 2022: धनतेरस पर करें चावल का ये छोटा सा प्रयोग, चमक जाएगी आपकी किस्मत

Dhanteras 2022: धनतेरस के साथ ही अब दीपावली महापर्व का आगाज होने ही वाला है। वहीं धनतेरस के दिन से लेकर भाईदूज के दिन तक ही इस महापर्व में प्रतिदिन कोई ना कोई परंपरा और रीति रिवाज का पालन किया जाता है। इस दौरान जीवन को सुखमय और संपन्नता से परिपूर्ण करने के लिए टोने-टोटके और दान-पुण्य भी किया जाता है। वहीं किसी भी पूजा-अनुष्ठान में चावल का बहुत महत्व होता है। कोई भी यज्ञ-हवन या अनुष्ठान आदि चावल के बिना पूर्ण नहीं होता है। फिर चाहें यज्ञ या हवन आदि में आहूति डालनी हो या माथे पर तिलक करना हो, सभी में चावल का प्रयोग किया जाता है। वहीं धनतरेस के दिन भी चावल अनेक प्रकार से प्रयोग किया जाता है और इस दिन चावल के प्रयोग से जीवन में शुभता बनी रहती है। तो आइए जानते हैं धनतेरस के दिन चावल का प्रयोग कैसे और किस रूप में करें।
धनतेरस के दिन लक्ष्मी-गणेशजी के संग में भगवान कुबेर का पूजन करें और पूजन के दौरान चावल के पूर्ण 21 दाने लेकर लाल रंग के कपड़े में बांधकर पूजास्थल पर रखें। इसके बाद धनतेरस की रात में उस पोटली को अपनी तिजोरी या धनक्षेत्र में रख दें। इस उपाय से आपके घर की आर्थिक तंगी दूर होगी और इन तीनों देवताओं की कृपा से आपके जीवन में संपन्नता आएगी।
धनतेरस की पूजा के दौरान घर के सभी लोगों के माथे पर रोली से तिलक करें और उसके बाद माथे पर तिलक पर अक्षत लगाएं। ऐसा करने से आपका भाग्योदय हो सकता है।
धनतेरस के दिन प्रात: स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें रोली और अक्षत डालकर भगवान सूर्यनारायण को अर्घ्य दें। ऐसा करने से व्यक्ति की बंद किस्मत चमक जाती है।
धनतेरस के दिन महादेव की पूजा करें और चावल के पांच दाने उन्हें श्रद्धा से अर्पित करें। ऐसा करने से महादेव जी प्रसन्न होते हैं आपकी परेशानियों का नाश कर देते हैं।
अगर आपकी कुंडली में स्थित चंद्रमा कमजोर है और आप मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं तो धनतेरस के दिन किसी भिखारी को आप एक मुट्ठी चावल दान करें। ऐसा करने से आपकी मानसिक स्थिति ठीक तो होगी ही और साथ ही चंद्रमा की स्थिति भी मजबूत हो जाएगी।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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