Diwali Special Story: दिवाली पर मां लक्ष्मी को चढ़ाए सफेद कनेर का फूल, होगी धन की वर्षा

Diwali Special Story: प्रकृति में पाए जाने वाले पेड़-पौधों, फूल सभी का अपना एक महत्व है। हमारे आस-पास कई ऐसे पौधे होते हैं, जिनके गुणों से हम सभी अनभिज्ञ है। जी हां, आज हम बात कर रहे हैं कनेर के फूल की। यह फूल हमें सड़क, खेत, गली और पार्क में आसानी से देखने को मिल जाते हैं। लेकिन, आपको शायद यह जान कर हैरानी होगी कि कनेर के फूल का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। आइए जानते हैं इस फूल के गुणों और महत्व के बारे में...
धन की देवी को चढ़ाएं सफेद कनेर
कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाने वाला दिवाली पर्व इस साल 12 नवंबर को मनाया जाएगा। इस पर्व पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। मान्यता है कि धन की देवी, भगवान विष्णु और देवों के देव महादेव को भी कनेर का पुष्प बेहद ही प्रिय है। हिंदू धर्म में इस पांच पंखुड़ियों वाले फूल के बारे में वर्णन किया गया है। कनेर फूल के बारे में कई मान्यताएं प्रचलित हैं। जानें इसके बारे में...
कनेर के पेड़ में मां लक्ष्मी का वास
इस पेड़ को लेकर ऐसी मान्यता है कि कनेर के पेड़ में धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है। सफेद कनेर का पुष्प माता को बेहद प्रिय है। ऐसे में जब भी मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करें तो उन्हें सफेद कनेर का फूल जरूर चढ़ाएं।
पांच पुष्पों में से एक
कनेर पुष्प भगवान के पांच प्रिय फूलों में से एक है। भगवान शिव को मुख्य रूप से कनेर का फूल, धतूरा, आक, पारिजात और शमी के फूल चढ़ाए जाते हैं।
सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कनेर का पेड़ घर पर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। इसके साथ ही घर में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है।
औषधीय गुणों से भरपूर
कनेर की पत्तियां, फूल और छाल का इस्तेमाल बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग सिरदर्द, दांत दर्द और घाव को ठीक करने के लिए भी किया जाता है।
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