वास्तु के ये टिप्स अपनाएं, घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर भगाएं

वास्तु के ये टिप्स अपनाएं, घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर भगाएं
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अधिकतर सभी घरों में कोई न कोई वास्तु दोष अवश्य मिलता है, जिस कारण घर में कोई न कोई समस्या बनी रहती है। वास्तुदोष से घर में नकारात्मक ऊर्जा भी इकट्ठी होती रहती है जो घर में कलह का कारण बन जाती है और साथ ही परिवार के सदस्यों की सेहत को खराब करती है।

अधिकतर सभी घरों में कोई न कोई वास्तु दोष अवश्य मिलता है, जिस कारण घर में कोई न कोई समस्या बनी रहती है। वास्तुदोष से घर में नकारात्मक ऊर्जा भी इकट्ठी होती रहती है जो घर में कलह का कारण बन जाती है और साथ ही परिवार के सदस्यों की सेहत को खराब करती है। इसके दुष्प्रभाव से आर्थिक और मानसिक समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं। लेकिन वास्तु में कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपनाकर आप, अपने घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकते हैं।

घर में गंगा जल छिड़के: सदा शिव के पूजन से सभी दोषों का निवारण होता है। सावन में यदि आप सोमवार को शिव पूजन में शिवलिंग पर गंगा जल से अभिषेक करेंगे तो भोलेनाथ जल्द ही प्रसन्न होंगे और जीवन से सभी विकार जल्दी ही नष्ट हो जाएंगे। यदि घर में वास्तुदोष है और आप उससे परेशान रहते हों तो अपने घर में नियमित गंगाजल का छिड़काव करें। ऐसा नियमित करने से वास्तु दोष का प्रभाव खत्म हो जाता है और घर पर सकारात्मक ऊर्जा आती है। पारिवारिक सदस्यों में क्लेश रहता है तो प्रतिदिन सुबह सारे घर में गंगा जल का छिड़काव करें। इस उपाय से घर की नकारात्मकता का नाश होता है और सकारात्मकता का माहौल बनता है।

शिव पूजा से वास्तुदोष निवारण: भगवान शिव ऐसे देव हैं जिनकी पूजा-आराधना से वास्तुदोषों का निदान होता है। जिन मकानों में वास्तुदोष हो वहां सुख-शांति के लिए शिवलिंग पर अभिषेक करने के उपरान्त जलहरी के जल को घर लाकर उससे 'ॐ नमः शिवाय करालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नमः शिवाय ' ये मंत्र जपते हुए पूरे मकान में छिड़काव करना चाहिए। ऐसा करने से वहां उपस्थित सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं। कार्य में विघ्न-बाधा, आपसी कलह, रोग आदि परेशानियों को दूर करने के लिए घर के उत्तर-पूर्व (ईशान)या ब्रह्म स्थान में रुद्राभिषेक करना शुभ परिणाम देगा।

घर-परिवार पर भगवान शिव की कृपा बनी रहे, धन का आगमन हो इसके लिए घर की पूर्व या उत्तर-पश्चिम (वायव्य)दिशा में बिल्व का पेड़ लगाएं और उसको नियमित रूप से जल दें एवं शाम के समय इसके नीचे घी का दीपक जलाएं। उत्तर-पूर्व दिशा ईश की दिशा मानी गई है, सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह एवं शुद्ध विचारों में वृद्धि के लिए यहां शिव परिवार की तस्वीर लगाने से शुभ फलों में वृद्धि संभव है। वास्तु दोषों से उत्पन्न अकारण भय, परेशानी आदि के निवारण के लिए तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री रुद्राष्टकम का पाठ किया जाना सकारात्मक परिणाम देगा।

भजन-कीर्तन करें: घर में हर रोज कुछ समय के लिए भजन कीर्तन अवश्य लगाएं या पूजा करते समय घंटी आदि बजाते हुए मधुर स्वर में भजन गायन करे,घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होगी,घर में सुख-शांति का माहौल बनेगा। शंख की ध्वनि भी इस कार्य के लिय उत्तम मानी जाती है और शंख से घर में जल भी छिड़क सकते है।गाय के देशी घी का दीपक हर रोज घर में जलाना भी घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।

घर में जलाए गुग्गूल की धूनी: घर में सुख-समृद्धि के वास एवं नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए शाम के समय घर में आप गुग्गूल या लोबान की धूप जलाकर ॐ नमः शिवाय या कोई भी मंत्र का जप करते हुए उसे पूरे घर में घुमाएं, ये भी बुरी शक्तियों को घर से बाहर करने का उत्तम उपाय है।

नमक के प्रयोग से भगाएं नकारात्मक ऊर्जा : वास्तु में घर की नकारात्मकता को दूर करने के लिए नमक को अच्छा विकल्प माना गया है। शाम के समय घर के सभी कोनो में नमक बिखरा दें और सुबह उस नमक को बाहर फेंक दें। आप पोछा लगाते समय पानी में थोड़ा नमक मिला सकते है।

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