Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी की सही तिथि क्या है, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस पर्व का महत्व

Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष में चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि, गणेश जी का जन्म भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मध्याहन काल में सोमवार के दिन, स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में हुआ था। इसीलिए यह चतुर्थी तिथि मुख्य गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी कहलाती है और यह कलंक चतुर्थी के नाम से भी प्रसिद्ध है। वहीं लोक परंपरा के अनुसार, इस चतुर्थी तिथि को डंडा चौथ भी कहते हैं।
मान्यता है कि, आज ही के दिन भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र का सबसे बड़ा त्योहार है। जोकि पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन जगह-जगह पर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाती हैं और इस प्रतिमा का नौ दिनों तक पूजन किया जाता है। तथा नौ दिन के बाद गाजे-बाजे के साथ भगवान गणेश की प्रतिमा को किसी नदी या तालाब आदि में विसर्जित किया जाता है।
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने के लिए सबसे पहले व्रती को प्रात:काल स्नान आदि करने के बाद सोने, तांबे या फिर मिट्टी की गणेश प्रतिमा लें। एक कोरे कलश में जल भरकर उसके मुख पर कोरा कपड़ा बांध दें और उसके ऊपर गणेश जी को विराजमान करें। इसके बाद गणपति जी को सिंदूर और दूर्वा अर्पित करके 21 लड्डुओं का भोग लगाएं। इनमें से पांच लड्डु गणेश जी को अर्पित करके बाकी लड़डू गरीबों या ब्राह्मणों में बांट दें। फिर शाम के समय भगवान गणेश जी का पूजन करें और गणेश चतुर्थी की कथा को सुनें।
गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त 2022
गणेश चतुर्थी तिथि | 31 अगस्त 2022, दिन बुधवार |
चतुर्थी प्रारंभ | 30 अगस्त 2022, दोपहर 03:30 बजे |
चतुर्थी तिथि समाप्त | 31 अगस्त 2022, दोपहर 03:20 बजे |
गणेश पूजा का समय | 31 अगस्त सुबह 11:04 बजे से लेकर दोपहर 01:37 बजे तक |
अवधि | 02 घंटा 33 मिनट |
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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