गणपति को प्रसन्न करने के लिए आज करें इस अचूक तांत्रिक मंत्र का जाप, होंगी सारी मनोकामनाएं पूर्ण

गणपति को प्रसन्न करने के लिए आज करें इस अचूक तांत्रिक मंत्र का जाप, होंगी सारी मनोकामनाएं पूर्ण
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  • बुधवार के दिन भगवान गणेश (Lord Ganesha) की पूजा (Puja) करने का विधान है।
  • भगवान गणेश के तांत्रिक मंत्र (TANTRIK MANTRA) अचूक और शीघ्र फलदायी होते हैं।

बुधवार के दिन भगवान गणेश (Lord Ganesha) की पूजा (Puja) करने का विधान है। भगवान गणपति को सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय माना जाता है। धर्मशास्त्रों में कुछ ऐसे मंत्र बताए गए हैं जिनका जाप करने से भगवान गणेश जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। धर्मशास्त्रों में बताया गया है कि गणपति जी के कुछ मंत्र तो ऐसे हैं जिन्हें कोई भी साधक अगर एक बार भी उनका जप कर ले तो भी उसे गणपति जी की कृपा प्राप्त हो जाती है। वहीं भगवान गणपति जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है। इसीलिए जीवन में जब भी बाधाएं आने लगे तो भगवान गणपति जी की साधना जरुर करनी चाहिए। खासकर उनके मंत्रों का जप करना चाहिए। क्योंकि गणपति जी के मंत्रों में अद्भूत चमत्कारी शक्ति होती है। क्योंकि मंत्र जोकि छन्दों में रचित होता है और उसकी जो ध्वनि होती है वह आपके जीवन के कष्टों को समाप्त कर देती है। मनोवांछित फलों की प्राप्ति के लिए आप भगवान गणेश के चमत्कारी मंत्रों का आप जप भी कर सकते हैं और आप उन मंत्रों का श्रवण भी कर सकते हैं। इन मंत्रों का आप जप करें अथवा सुनें, इसका लाभ आपको मिलना ही मिलना है। तो आइए जानते हैं शीघ्र लाभ के लिए भगवान श्रीगणेश के चमत्कारी तांत्रिक मंत्रों के बारे में...

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गणपति जी का अचूक तांत्रिक मंत्र

ऊँ ग्लौम गौरी पुत्र वक्रतुंड,

गणपति गुरू गणेश।

ग्लौम गणपति, रिद्धि पति, सिद्धि पति।

मेरे कर दूर क्लेश।।

ये मंत्र ऐसा है कि इसको अगर आप सुन भी लें तो आपके दुखों का, बीमारियों का, समस्याओं का यानी रोग, शोक, हर्ज-मर्ज सबसे आपको मुक्ति मिल जाएगी, लेकिन आप इस मंत्र को प्रेम और श्रद्धापूर्वक सुनें और इस मंत्र का जप करें। इस मंत्र का जप करने के दौरान अपने मन में किसी भी व्यक्ति के साथ ईष्या मत रखिएगा, किसी भी प्रकार की मन में जलन मत रखिएगा। अगर आपके मन में ऐसी भावनाए रहेंगी तो यह अचूक मंत्र फलीभूत नहीं होगा। इसलिए इस मंत्र का जप करते समय आपके मन में प्रेम, सदभाव और लोक कल्याण की भावना होनी चाहिए। क्योंकि आपको मंत्र ग्रहण करना और मंत्र के आत्मसात होने के बाद ही भगवान गणेश आपके ऊपर अपनी पूरी कृपा दृष्टि बरसा देंगे।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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