Ganesh Visarjan 2021: जानें, गणपति बप्पा का विसर्जन क्यों किया जाता है, ये है पौराणिक कथा

Ganesh Visarjan 2021: जानें, गणपति बप्पा का विसर्जन क्यों किया जाता है, ये है पौराणिक कथा
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Ganesh Visarjan 2021: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अनंत चतुर्दशी के दिन अधिकतर स्थानों पर गणपति बप्पा का विसर्जन किया जाता है। गणेश चुतर्थी के दिन लोग अपने घरों में भगचवान श्रीगणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और फिर लोग पूरे आदर-सत्कार के साथ गणपति जी को एक, तीन, पांच या दस दिन अपने घर पर रखते हैं और इसके बाद विधिपूर्वक इनका किसी नदी अथवा तालाब में विसर्जन कर देते हैं, लेकिन क्या आपको इसका ज्ञान है कि, आखिर गणपति जी का विसर्जन किसलिए किया जाता है। इसके पीछे की कथा क्या है, तो आइए जानते हैं गणेश विसर्जन की एक पौराणिक कथा के बारे में...

Ganesh Visarjan 2021: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अनंत चतुर्दशी के दिन अधिकतर स्थानों पर गणपति बप्पा का विसर्जन किया जाता है। गणेश चुतर्थी के दिन लोग अपने घरों में भगचवान श्रीगणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और फिर लोग पूरे आदर-सत्कार के साथ गणपति जी को एक, तीन, पांच या दस दिन अपने घर पर रखते हैं और इसके बाद विधिपूर्वक इनका किसी नदी अथवा तालाब में विसर्जन कर देते हैं, लेकिन क्या आपको इसका ज्ञान है कि, आखिर गणपति जी का विसर्जन किसलिए किया जाता है। इसके पीछे की कथा क्या है, तो आइए जानते हैं गणेश विसर्जन की एक पौराणिक कथा के बारे में...

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गणेश विसर्जन की कथा

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा को जल में विसर्जित कर दिया जाता है, क्योंकि गणपति जी जल तत्व के अधिपति हैं। पुराणों के अनुसार, महर्षि वेद व्यास जी भगवान श्रीगणेश को कथा सुनाते थे और गणपति जी उस कथा को लिपिबद्ध करते थे। ऐसी मान्यता है कि, कथा सुनाने के दौरान महर्षि वेद व्यास जी ने अपने नेत्र बंद कर लिए और वे गणपति जी को 10 दिन तक कथा सुनाते रहे, तथा भगवान गणेश उस कथा को लिपिबद्ध करते रहे। परन्तु जब दस दिन बाद महर्षि वेद व्यास जी ने अपनी आंखें खोली तो देखा कि, गणेश जी के शरीर का तापमान बहुत अधिक बढ़ गया था और महर्षि वेद व्यास जी ने उनका शरीर को तापमान ठंडा करने के लिए उन्हें जल में डुबा दिया जिससे उनका शरीर ठंडा हो गया। कहा जाता है कि उसी समय से यह परंपरा चली आ रही है कि गणेश जी को शीतलता प्रदान करने के लिए ही गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है।

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गणेश विसर्जन की विधि

गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए सबसे पहले सुबह आप स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण कर गणेश जी का पूजन करें और उन्हे उनकी प्रिय वस्तुओं का भोग अर्पित करें। पूजन के दौरान गणेश मंत्रों का जाप और गणेश वंदना तथा उनकी आरती व चालीसा आदि का पाठ करें। इस दौरान स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और गणपति के विसर्जन की तैयारियां शुर कर दें।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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