Garuda Puran: भूलकर भी कभी न करें इन लोगों के घर भोजन, वरना नर्कगामी हो सकते हैं आप

Garuda Puran: भूलकर भी कभी न करें इन लोगों के घर भोजन, वरना नर्कगामी हो सकते हैं आप
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Garuda Puran: गरुड़ पुराण में श्रीहरि नारायण और पक्षीराज गरुड़ जी के बीच जो वार्तालाप हुआ है, उसके बारे में बताया गया है। इसमें जन्म से लेकर मृत्यु के बाद तक की नीतियों के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है। इतना ही नहीं गरुड़ पुराण के आचार्य खण्ड में बहुत सी ऐसी बातों का वर्णन है जोकि व्यक्ति के तमाम पापों से मुक्ति दिलाने में सहायक होती हैं और व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाती हैं।

Garuda Puran: गरुड़ पुराण में श्रीहरि नारायण और पक्षीराज गरुड़ जी के बीच जो वार्तालाप हुआ है, उसके बारे में बताया गया है। इसमें जन्म से लेकर मृत्यु के बाद तक की नीतियों के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है। इतना ही नहीं गरुड़ पुराण के आचार्य खण्ड में बहुत सी ऐसी बातों का वर्णन है जोकि व्यक्ति के तमाम पापों से मुक्ति दिलाने में सहायक होती हैं और व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाती हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार, व्यक्ति का कुद लोगों के यहां भोजन करना धर्मसंगत नहीं माना जाता है और ऐसा करने से व्यक्ति पाप का भागी बनता है। तो आइए जानते हैं गरुड़ पुराण के मुताबिक, किन लोगों के यहां भोजन नहीं करना चाहिए।

क्रोधी व्यक्ति

भोजन को लेकर कहावत है कि, व्यक्ति जैसा अन्न खाता है, उसका वैसा ही मन हो जाता है। अगर ऐसे में अगर आप किसी क्रोधी व्यक्ति के घर में भोजन करते हैं तो उनके गुनाह आपके अंदर प्रवेश कर सकते हैं। जो आपकी सामान्य दिनचर्या को भी प्रभावित कर सकते हैं।

रोगी व्यक्ति

गरुड़ पुराण की मानें तो किसी रोगी व्यक्ति के घर भी कभी आपको भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। क्योंकि अगर कोई व्यक्ति गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो वहां भोजन करने पर आप छूत के रोग से पीड़ित हो सकते हैं। धार्मिक और वैज्ञानिक मान्यताओं के आधार पर ऐसे व्यक्ति के यहां भोजन करने पर आप भी उस बीमारी की गिरफ्त में आ सकते हैं और लंबे समय से रोगी इंसान के घर के वातावरण में भी बीमारियों के कीटाणु हो सकते हैं। जोकि हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

अपराधी या चोर व्यक्ति

गरुड़ पुराण के अनुसार, किसी चोर या अपराधी के घर का खाना भी नहीं खाना चाहिए। धर्मशास्त्रों के आधार पर अगर कोई व्यक्ति चोर या अपराधी के घर भोजन करता है तो वह भी उसी पाप की कमाई को खाने का भागीदार बन जाता है। उसके पापों का असर हमारे जीवन पर पड़ने लगता है। इसीलिए भूलकर भी कभी किसी अपराधी के घर भोजन ना करें।

सूदखोर इंसान

गरुड़ पुराण में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि, गलत तरीके से कमाया गया पैसा हमेशा अशुभ फल ही देता है। दूसरों की मजबूरी का फायदा उठाकर कमाया गया पैसा वाले व्यक्ति के घर में भूलकर भी भोजन नहीं करना चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार, उसके घर पर भोजन नहीं करना चाहिए। सूदखोर के यहां भोजन करना नाकारात्मक प्रभाव बनाता है।

नशे का कारोबार करने वाला व्यक्ति

नशे का कारोबार करने वाले व्यक्ति ना जानें कितने लोगों की जिंदगी बर्बाद करते हैं। इतना ही नहीं उनके परिवार के लिए भी उनका पैसा मुश्किलें खड़ी करता है। गरुड़ पुराण के अनुसार, ऐसे लोगों के घर में कदम रखना भी पाप होता है। ऐसे लोगों के घर किया गया भोजन आपको पाप का भागीदार बनाता है।

चरित्रहीन स्त्री

गरुड़ पुराण के अनुसार, चरित्रहीन स्त्री के घर भी भोजन भूलकर नहीं करना चाहिए। जिसका चरित्र खराब है उसके घर कदम रखना आपके लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति उसके चरित्र पर अंगुली उठा सकता है। जो व्यक्ति ऐसी स्त्री के घर भोजन करता है, वह भी उसके पापों का फल प्राप्त करता है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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