vastu shastra : भवन निर्माण से पूर्व नींव में रखवाएं ये चीजें, आप भी जानें

vastu shastra : भवन निर्माण से पूर्व नींव में रखवाएं ये चीजें, आप भी जानें
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vastu shastra : हम जब भी कोई मकान, दुकान, आफिस या फैक्ट्री आदि बनाते हैं तो सबसे पहले उसे बनाने का शुभारंभ नींव यानि कि बुनियाद से करते हैं। लेकिन बहुत लोगों को यह पता नहीं होता है कि नींव को रखने से पहले नींव के अंदर कौन-कौन सी वस्तुओं का रखना शुभ होता है। तो आइए आप भी जानें कि मकान बनाने से पहले बुनियाद अथवा नींव के अंदर क्या-क्या सामग्री रखनी चाहिए।

vastu shastra : हम जब भी कोई मकान, दुकान, आफिस या फैक्ट्री आदि बनाते हैं तो सबसे पहले उसे बनाने का शुभारंभ नींव यानि कि बुनियाद से करते हैं। लेकिन बहुत लोगों को यह पता नहीं होता है कि नींव को रखने से पहले नींव के अंदर कौन-कौन सी वस्तुओं का रखना शुभ होता है। तो आइए आप भी जानें कि मकान बनाने से पहले बुनियाद अथवा नींव के अंदर क्या-क्या सामग्री रखनी चाहिए।

जब हम मकान, दुकान आदि की नींव रखते हैं। तो आपको कुछ सामग्री नींव के अंदर रखनी चाहिए। अगर आप इन सामग्रियों को नींव में नहीं रखते हैं तो हो सकता है कि आपका मकान अशुभ हो या आपको किसी समस्या का सामना करना पड़े। इसलिए कोई भी निर्माण कार्य कराने से पहले नींव में कुछ सामग्री रखना अनिवार्य है।

1. नींव रखते समय तांबे के गठवी में चावल भरकर तथा उसमें हल्दी और सरसों भरें। और उस गठवी को मौली या आम के पत्तों से बांध लें।

2. पंचरत्न और धार्मिक ग्रंथ भी बुनियाद के अंदर रखने चाहिए।

3. बुनियाद के अंदर एक नाग-नागिन का जोड़ा जोकि चांदी, तांबा अथवा सोने से निर्मित हो, वह भी रखना चाहिए।

4. एक श्रीफल, लाल वस्त्र, यज्ञोपवीत का जोड़ा भी नींव के अंदर रखना चाहिए।

5. भाद्रपद, अश्विन और कार्तिक मास में भवन निर्माण हो तो सर्प का मुख पर्व दिशा की ओर करना चाहिए। फाल्गुन, चैत्र और बैशाख मास में यदि भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ हो तो सर्प के मुख को पश्चिम दिशा की ओर करना चाहिए। ज्येष्ठ, अषाढ़ और श्रावण मास में यदि आप भवन का निर्माण करना चाहते हैं तो आपको सर्प का मुख उत्तर दिशा की ओर करना चाहिए। और यदि आप मार्गशीष, पौष और माघ मास में भवन का निर्माण कार्य शुरू करना चाहते हैं तो आपको सर्प के मुख को दक्षिण दिशा की ओर करना चाहिए।

अगर आप जानकारी के अभाव में मास के हिसाब से सर्प को अपने घर की बुनियाद में स्थापित नहीं करते हैं तो और गलत दिशा में स्थापित कर देते हैं तो यह आपके लिए अशुभ साबित हो सकता है।

इसके अलावा पांच कौड़ी, सिंदूर, सुपारी, एक नारियल, तालाब के किनारे की घास तथा एक पाव कच्चा दूध, गंगाजल भी निर्माण कार्य कराने से पहले बुनियाद में रखकर विधि विधान से किसी कन्या या अपनी बहन के हाथों से नींव का पूजन कराएं, अगर आपकी बहन या कोई कन्या समय पर उपलब्ध ना हो तो किसी ब्राहमण या आर्चाय से विधि पूर्वक निर्माण कार्य कराने से पूर्व पूजन कराएं।

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