Gochar 2021 : बुध का स्वराशि में गोचर और वैवाहिक सुख के दाता शुक्र के साथ युति का देश-दुनिया पर क्या होगा प्रभाव, जानें इन्हें अनुकूल बनाने के उपाय

Gochar 2021 : बुध का स्वराशि में गोचर और वैवाहिक सुख के दाता शुक्र के साथ युति का देश-दुनिया पर क्या होगा प्रभाव, जानें इन्हें अनुकूल बनाने के उपाय
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  • शुक्र ग्रह को वैवाहिक सुख का कारक और बुध को व्यापारियों का रक्षक ग्रह माना जाता है।
  • शुक्र ऐश्वर्य देने वाले तथा बुध ग्रह वाणी के स्वामी हैं।

Gochar 2021 : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कोई ग्रह किसी राशि में बैठकर गोचर करता है अथवा किसी अन्य ग्रह के साथ युति करता है तो उसके प्रभाव से सभी राशि के जातकों के जीवन में कुछ ना कुछ प्रभाव जरुर होता है। वहीं ज्योतिष में शुक्र ग्रह को वैवाहिक सुख का कारक ग्रह माना जाता है, तथा ये ऐश्वर्य भी देने वाले ग्रह हैं। शुक्र ग्रह की प्रकृति राजसी हैं और धन, खुशी और प्रजनन का प्रतिनिधित्व करते हैं। जबकि बुध व्यापार के देवता तथा व्यापारियों के रक्षक माने जाते हैं। बुध रजो गुण से संपन्न ग्रह हैं और संवाद का प्रतिनिधित्व करते हैं। ज्योतिष में बुध ग्रह को शांत, सुवक्ता और हरे रंग में प्रस्तुत किया जाता है। बुध ग्रह के अधिदेवता भगवान विष्णु हैं। बुध आपके जीवन के उपर्युक्त क्षेत्रों में सफलता का प्रतीक है। ताकतवर बुध वाले लोग तेज दिमाग के होने की वजह से उनके सोचने की शक्ति अच्छी होती है। लेकिन, वहीं ये लोग चिंता और अनिश्चितता से प्रभावित होते हैं। वहीं ज्योतिष की मानें तो इन दोनों ग्रहों की युति से कुंडली में लक्ष्मी-नारयण योग बनता है। तो आइए जानते हैं बुध के साथ मिथुन राशि में शुक्र की युति का क्या हो सकता है देश और दुनिया पर प्रभाव और इन दोनों ग्रह के उपाय।

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बुध और शुक्र ग्रह के मिथुन राशि में गोचर करने से देश और दुनिया में कई बड़े बदलाव हो सकते हैं। वहीं कोरोना और ब्लैक फंगस जैसी महामारी में कई आने की संभावना है। वहीं अगर भारत की बात करें तो बुध और शुक्र के इस राशि परिवर्तन से देश की अर्थव्यवस्था में बहुत बड़े बदलाव होने के संकेत हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रभाव बढ़ सकता है। बुध और शुक्र ग्रह का प्रभाव व्यापार क्षेत्र पर भी पड़ेगा। इन दोनों ग्रहों की मिथुन राशि में युति होने से देश और दुनिया के व्यापार में बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। वहीं बुध को कंठ का कारक ग्रह माना जाता है जिसकी वजह से लोगों को गले और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों में राहत मिल सकती है। वहीं कोरोना महामारी से प्रतिदिन होने वाली मृत्यु दर में कमी आएगी और कोरोना का असर न्यूनतम होगा। लोगों में रचनात्मकता बढ़ेगी। शेयर मार्केट बढ़ने की संभावना है। कीमती धातुओं के दाम कम होंगे। बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है। खाने-पीनी की चीजें महंगी हो सकती है। बिजनेस करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा। लेन-देन और निवेश में कई लोगों को फायदा मिल सकता है। कई नौकरीपेशा लोग जॉब बदलने का मन बना सकते हैं। लोग एक-दूसरे के संपर्क में आएंगे। जिससे लोगों को प्रेम, स्नेह और परस्पर मिलने के अवसर प्राप्त हो सकते हैं।

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बुध के उपाय

ज्योतिष की मानें तो बुध ग्रह से पीड़ित व्यक्ति को मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए। बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए और साबूत हरे मूंग का दान करना चाहिए। बुधवार के दिन गणपति को सिंदुर चढ़ाएं। बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं। दूर्वा की 11 या 21 गांठ चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है। पालक का दान करे। बुधवार को कन्या पूजा करके हरी वस्तुओं का दान करे।

शुक्र ग्रह के उपाय

वहीं शुक्र ग्रह को आपनी कुंडली में अनुकूल बनाने के लिए लक्ष्मी माता की उपासना करें। सफेद वस्त्र दान करें। भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे और कुत्ते को दें। शुक्रवार का व्रत रखें और उस दिन खटाई न खाएं। चमकदार सफेद एवं गुलाबी रंग का प्रयोग करें। श्री सूक्त का पाठ करें। शुक्रवार के दिन दही, खीर, ज्वार, इत्र, रंग-बिरंगे कपड़े, चांदी, चावल इत्यादि वस्तुएं दान करें।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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