Gochar 2021 : वृषभ राशि में बन रहा है ग्रहों का महासंयोग, जानें कोरोना संक्रमण और घातक होगा या समाप्त

- जानें, सूर्य, बुध, शुक्र और राहु की युति का क्या हो सकता है प्रभाव
- जानें, ग्रहों की किस युति के कारण दुनिया में आया कोरोना वायरस
- जानें, वृषभ राशि में चार ग्रहों की युति देश और दुनिया को क्या दे सकती है।
Gochar 2021 : ज्योतिष में ग्रहों की युति बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। जब ग्रह किसी एक राशि में युति बनाते हैं तो उसका प्रभाव समस्त सौरमंडल के साथ-साथ साधारण जनजीवन पर भी देखने को मिलता है। ग्रहों की ऐसी ही युति 14 मई 2021 को होने जा रही है। इस दिन वृषभ राशि में ग्रह मंडल के राजा सूर्य, युवराज बुध, प्रेम और सौभाग्य देने वाले शुक्र और नीच ग्रह राहु विराजमान होंगे। वृषभ राशि में पाप ग्रह राहु पहले से ही विरामान हैं। वहीं ग्रहों के युवराज बुध 01 मई और शुक्र ग्रह 04 मई को आ गए हैं। समस्त ग्रहों के राजा सूर्यदेव भी 14 मई को मेष राशि छोड़कर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के आते ही 4 ग्रहों की ऐसी ही युति 14 मई 2021 को बनने जा रही है। इस दिन वृषभ राशि में सूर्य, बुध, शुक्र और राहु विराजमान होंगे। चार ग्रहों की युति मेष राशि से लेकर मीन राशि तक के सभी जातकों को प्रभावित करेगी।
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ज्योतिष में मेष से लेकर मीन राशि तक सभी राशियों को मानव शरीर के कुछ अंगों का प्रतिनिधित्व दिया गया है। मेष राशि से सिर, वृष से गला और नाक, मिथुन से कान और श्वास नली, कर्क से फेफड़े, सिंह से हृदय आदि। ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों के अनेक राशियों में गोचर से देश-दुनिया में अनेक रोगों के विस्तार का विचार किया जाता है।
वहीं ज्योतिषाचार्य और कुंडली विश्लेषक अनीष व्यास ने बताया कि 26 दिसंबर 2019 को सूर्य ग्रहण के समय राहु, मिथुन राशि में थे जिसपर धनु राशि से 6 ग्रहों की दृष्टि पड़ रही थी। श्वास नली से सम्बंधित मिथुन राशि के पीड़ित होते ही दुनियाभर में कोरोना वायरस ने महामारी का रूप लेना शुरू किया। अभी हाल ही में फरवरी माह के अंत में मंगल ने वृषभ राशि में आकर राहु से युति की जिससे भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने जन जीवन को काफी प्रभावित किया है।
ग्रहों के संयोग का प्रभाव
वृषभ राशि गले और नाक से संबंधित है जहां से यह वायरस सबसे पहले प्रवेश करता है। अब 14 मई रात्रि 11 बजकर 25 मिनट पर सूर्य वृषभ राशि में आकर राहु से युति करेंगे जहां अमृत संजीवनी के मालिक शुक्र और बुध भी गोचर कर रहे हैं। मिथुन राशि में उस समय मंगल और चंद्रमा होंगे। कीमती धातुओं के दाम कम होंगे। बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है। खाने-पीने की चीजें महंगी हो सकती है। बिजनेस करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा। लेन-देन और निवेश में कई लोगों को फायदा मिल सकता है। देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ रहेगा। सब्जियां, तिलहन और दलहन की कीमतें कम होंगी। रोजगार के क्षेत्रों में वृद्धि होगी। आय में बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। अमृत संजीवनी के मालिक शुक्र पृथ्वी के साथ हैं और शुक्र के पास अमृत संजीवनी है। इस कारण देश में कोरोना महामारी संक्रमण में कमी आएगी। कोरोना महामारी संक्रमण से होने वाली मृत्यु दर में कमी आएगी और कोरोना का असर न्यूनतम होगा। देश में फैला डर का माहौल खत्म होगा। लोगों में अनुकूलता और आरोग्यता भी बढ़ेगी।
सरकार कर सकती है ये काम
ज्योतिषविदों के मुताबिक, वृषभ संक्रांति की कुंडली में सूर्य शुक्र, राहु और बुध का योग पंचम भाव में बन रहा है जो कि सरकार की महामारी को नियंत्रित करने की नीतियों में बड़े बदलाव का संकेत है। रोग स्थान यानी छठे भाव में चंद्रमा और मंगल का योग है। लग्न में बैठे शनि पर छठे घर से पड़ रही मंगल की आठवीं दृष्टि केंद्र सरकार द्वारा कुछ बड़े कदम उठाए जाने का संकेत भी दे रहा है।
ये उपाय करें
ज्योतिषविदों के मुताबिक, हं हनुमते नमः, ऊँ नमः शिवाय, हं पवननंदनाय स्वाहा का जाप करें। महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती पाठ करना चाहिए। माता दुर्गा, भगवान शिव हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए। घर पर हनुमान जी की तस्वीर के समक्ष सुबह और शाम आप सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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