Gochar 2021 : अमृत संजीवनी के मालिक शुक्र आज कर रहे हैं सिंह राशि में प्रवेश, जानें इसके शुभ-अशुभ प्रभाव और उपाय

- भौतिक सुखों को प्रदान करने वाले शुक्र आज सुबह 09:13 करेंगे राशि परिवर्तन।
- सिंह राशि में 11 अगस्त 2021 तक विराजमान रहेंगे शुक्र।
- शु्क्र के राशि परिवर्तन से सिंह, वृश्चिक, कुम्भ और मीन के लिए धन और वैभव के खुल सकते हैं रास्ते।
Gochar 2021 : दैत्यों के गुरु, भाग्य के कारक और समस्त प्रकार के भौतिक सुखों को प्रदान करने वाले शुक्र देव 17 जुलाई को राशि परिवर्तन करेंगे। शुक्र कर्क राशि से निकल कर सिंह राशि में गोचर करेंगे। यह इस राशि में 11 अगस्त 2021 तक विराजमान रहेंगे। इसके बाद कन्या राशि में गोचर कर जाएंगे। शुक्र ग्रह को भोग विलास, सुख-सुविधा, प्रेम, विलासिता जैसा कारकों के लिए जाना जाता है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र का राशि परिवर्तन 17 जुलाई 2021 को होगा। इस दिन सिंह राशि में शुक्र प्रवेश करेंगे। शुक्र का राशि परिवर्तन सुबह 09 : 13 मिनट पर होगा। इस राशि में शुक्र 11 अगस्त 2021 तक रहेंगे। शुक्र के राशि परिवर्तन का प्रभाव कुछ राशियों के लिए लाभकारी साबित होगा। शु्क्र के राशि परिवर्तन से सिंह, वृश्चिक, कुम्भ और मीन के लिए धन और वैभव के रास्ते खुलेंगे। शुक्र गोचर इन राशि वालों के आर्थिक, पारिवारिक और करियर लाइफ में खुशियां लेकर जाएगा। शुक्र एक राशि में लगभग 23 दिनों तक रहते हैं इसके बाद वह फिर से राशि परिवर्तन करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र का गोचर बहुत अहम माना जाता है क्योंकि यह वैवाहिक जीवन सौंदर्य सुख विलासिता आदि के कारक ग्रह माने जाते हैं। शुक्र के गोचर के प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। कुछ राशियों के लिए शुक्र का गोचर जीवन में उतार-चढ़ाव लेकर आएगा तो कुछ राशियों के जीवन में अच्छे दिन आएंगे।
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ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह माना गया है। इसके प्रभाव से व्यक्ति को भौतिक, शारीरिक और वैवाहिक सुखों की प्राप्ति होती है। इसलिए ज्योतिष में शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शोहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य, रोमांस, काम-वासना और फैशन-डिजाइनिंग आदि का कारक माना जाता है। शुक्र वृषभ और तुला राशि का स्वामी होता है और मीन इसकी उच्च राशि है, जबकि कन्या इसकी नीच राशि कहलाती है। शुक्र को 27 नक्षत्रों में से भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। ग्रहों में बुध और शनि ग्रह शुक्र के मित्र ग्रह हैं और तथा सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु ग्रह माने जाते हैं।
शुक्र के पास अमृत संजीवनी
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि अमृत संजीवनी के मालिक शुक्र पृथ्वी के साथ हैं और शुक्र के पास अमृत संजीवनी है। इस कारण कोरोना महामारी संक्रमण में कमी आयेगी। कोरोना महामारी संक्रमण से होने वाली मृत्यु दर में कमी आएगी और कोरोना का असर न्यूनतम होगा। प्राकृतिक आपदा और अप्रिय घटनाएं जन शून्य स्थानों पर होने की संभावना अधिक है। शुक्र अमृत संजीवनी के कारण संक्रमण और दुर्घटना के शिकार लोगों को बचाने मंय सफल रहेंगे।
शुक्र का शुभ-अशुभ प्रभाव
कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि शुक्र के राशि परिवर्तन से कानूनी मामलों में वृद्धि होगी। देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ रहेगा। खाने की चीजों की कीमतें सामान्य रहेंगी। सब्जियां, तिलहन और दलहन की कीमतें कम होंगी। भौतिक सुख और वैवाहिक सुख में वृद्धि होगी। मशीनरी समान महंगे हो सकते हैं। व्यापार में तेजी रहेगी। सोने चांदी के भाव में वृद्धि होगी। दूध से बनी चीजों का उत्पादन बढ़ सकता है। सुख-सुविधाओं की चीजों में बढ़ोत्तरी भी हो सकती है। कोरोना महामारी से होने वाली मृत्यु दर में कमी आएगी और कोरोना का असर न्यूनतम होगा। रोजगार के क्षेत्रों में वृद्धि होगी। आय में बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। शुक्र के अशुभ प्रभाव से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी होती है।
शुक्र ग्रह के उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि लक्ष्मी माता की उपासना करें। सफेद वस्त्र दान करें। भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे और कुत्ते को दें। शुक्रवार का व्रत रखें और उस दिन खटाई न खाएं। चमकदार सफेद एवं गुलाबी रंग का प्रयोग करें। श्री सूक्त का पाठ करें। शुक्रवार के दिन दही, खीर, ज्वार, इत्र, रंग-बिरंगे कपड़े, चांदी, चावल इत्यादि वस्तुएं दान करें।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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