Gochar 2022: मंगल और राहु की मेष राशि में युति से हो रहा अंगारक योग का निर्माण, इन आठ राशि वालों को होगी परेशानी

Gochar 2022: मंगल और राहु की मेष राशि में युति से हो रहा अंगारक योग का निर्माण, इन आठ राशि वालों को होगी परेशानी
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Gochar 2022:वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर माह कोई न कोई ग्रह राशि बदलकर दूसरी राशि में भ्रमण करते हैं। जब भी ग्रहों का राशि परिवर्तन होता है तब इसका प्रभाव सभी जातकों के जीवन पर पड़ता है। जून के माह में कई ग्रहों का राशि परिवर्तन हो चुका है।

Gochar 2022:वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर माह कोई न कोई ग्रह राशि बदलकर दूसरी राशि में भ्रमण करते हैं। जब भी ग्रहों का राशि परिवर्तन होता है तब इसका प्रभाव सभी जातकों के जीवन पर पड़ता है। जून के माह में कई ग्रहों का राशि परिवर्तन हो चुका है। आज 27 जून को ग्रहों के सेनापति मंगल देव अपनी ही राशि मेष में गोचर करने जा रहे हैं। मेष राशि में राहु ग्रह पहले से ही विराजमाम हैं। ऐसे में मंगल और राहु की युति बनने जा रही है। मंगल-राहु की यह युति अंगारक योग का निर्माण करती है। वैदिक ज्योतिष में इस अंगारक योग को शुभ नहीं माना जाता है। अंगारक योग के दौरान कई तरह परेशानियां और विपत्तियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष में मंगल ग्रह को अग्नि तत्व का कारक माना गया है जबकि राहु ग्रह को अशुभ ग्रह माना गया है। यह योग बुधवार 10 अगस्त रात्रि 09:08 पर मंगल के वृषभ राशि में प्रवेश करने के साथ समाप्त होगा।

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27 जून को मंगल का राशि परिवर्तन होगा। जिससे विवाद बढ़ने के योग हैं। खासतौर से मेष, वृष, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर और मीन राशि वालों को संभलकर रहना होगा। इन राशियों के लोगों को बेवजह गुस्सा आएगा। जिससे विवाद की स्थितियां भी बनेंगी। इन राशियों के लोगों को इसलिए संभलकर रहना होगा क्योंकि मेष राशि में मंगल के आने से 37 साल बाद फिर से अंगारक योग बनेगा।

10 अगस्त तक रहेगा अंगारक योग

27 जून को मंगल अपनी ही राशि यानी मेष में प्रवेश करेगा। जहां पहले से ही पाप ग्रह राहु बैठा हुआ है। इन दोनों ग्रहों की युति होने से मेष राशि में अंगारक योग बन जाएगा। जो कि 10 अगस्त तक रहेगा। इससे पहले मार्च 1985 में ऐसा हुआ था जब मेष राशि में मंगल और राहु की युति बनी थी। मंगल को सभी ग्रहों के सेनापति होने का दर्जा मिला है। मंगल, मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है। ये ग्रह अभी खुद की ही राशि में है। जिससे इसका शुभ-अशुभ फल और बढ़ जाएगा। वहीं, राहु को पाप ग्रह माना जाता है। जो कि मंगल के साथ मिलकर पागल हाथी की तरह फल देता है। यानी ऐसी स्थिति बनेगी कि कई लोग इस अशुभ योग के कारण दूसरों के साथ खुद का भी नुकसान कर लेंगे।

प्राकृतिक आपदा की आशंका

अंगारक योग बनने से कर्जा, खर्चा, बीमारी, धन हानि और विवाद बढ़ते हैं। इसलिए सभी राशियों के लोगों को इन मामलों में संभलकर रहने की जरूरत है। इस अशुभ योग की वजह से प्राकृतिक आपदाएं आने की भी आशंका बन रही है। इनमें खासतौर से भूकंप, बिजली गिरना, आगजनी, लैंड स्लाइड, सड़क, पुल धंसने और बाढ़ आने के योग बनेंगे। मेष राशि के मंगल पर शनि की दृष्टि होने के चलते मेष राशि से प्रभावित भारत के पूर्वी हिस्से (असम, अरुणाचल आदि) में भारी वर्षा से जन धन की हानि हो सकती है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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