Govardhan Puja 2020: जानिए गोवर्धन पूजा 2020 की तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और नियम

Govardhan Puja 2020: जानिए गोवर्धन पूजा 2020 की तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और नियम
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Govardhan Puja 2020: दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा होती है। और इसे देशभर में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है।

Govardhan Puja 2020: दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा होती है। और इसे देशभर में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन गोवर्धन पूजा के साथ-साथ अन्नकूट की भी पूजा होती है। हमारे देश में प्रत्येक त्योहार ढेर सारी खुशियां लेकर आता है। और परिवार, समाज, देश और दुनिया में ये खुशियां बरकरार रहें इसके लिए त्योहारों पर शुभकामनाएं भी की जाती हैं। और हमारे पर्वो पर कुछ ना कुछ धार्मिक आस्था भी जरुर जुड़ी होती हैं। ऐसी ही सर्वजन हिताय की भावना से कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को गोवर्धन पर्व मनाया जाता है। इसी दिन बली पूजा, अन्नकूट और मार्गपल्ली उत्सव भी मनाए जाते हैं। अन्नकूट और गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण के अवतार के बाद द्वापर युग से आरंभ हुई। इस दिन गाय, बैल और पशुओं को स्नान कराकर उनकी पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा यानि कि प्रकृति की पूजा। इस दिन पशुओं की पूजा की जाती है। और खासकर गाय की पूजा करने का विशेष विधान है। गोमाता को देवी लक्ष्मी मां का रूप माना गया है। जैसे देवी लक्ष्मी मां हम सबको सुख, समृद्धि प्रदान करती हैं उसी तरह गोमाता भी अपने दूध से हमें स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती हैं।

गोवर्धन पूजा 2020 की तिथि और मुहूर्त

गोवर्धन पूजा 2020

गोवर्धन पूजा पर्व तिथि- रविवार, 15 नवंबर 2020

गोवर्धन पूजा सायं काल मुहूर्त

दोपहर बाद 03:17 बजे से सायं 05:24 बजे तक

प्रतिपदा तिथि प्रारंभ -10:36 बजे से

प्रतिपदा तिथि समाप्त - 07:05 बजे।

गोवर्धन पूजा के नियम

गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाया जाता है। जल, मौली, रोली, चावल दही के साथ ही तेल का दीपक जलाकर उनकी पूजा और आराधना की जाती है। कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को भगवान श्रीकृष्ण को नेवैध्य का भोग लगाया जाता है। अन्न से बने कच्चे और पक्के भोग, मिठाईयां भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित किए जाते हैं। अन्नकूट जिसका मतलब है अन्न का ढेर।

भागवत पुराण में कहा गया है कि जो व्यक्ति इस दिन पूजा को पेरे परिवार और मित्रों के साथ मिलकर करता है उसका घर हमेशा अन्न और धन से भरा रहता है। उस घर में कोई कमी नहीं आती है। गोवर्धन पूजा की कई पौराणिक कथाएं हैं। जिस प्रकार से हिन्दू धर्म में प्रत्येक त्योहार मनाने के पीछे इतिहास या धार्मिक महत्व जुड़ा हुआ होता हैउसी तरह गोवर्धन पूजा से धार्मिक और प्राचीन कथाएं जुड़ी हुई हैं।

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