Hariyali Amavasya 2020: हरियाली अमवास्या के दिन करें ये 4 उपाय, मिलेगा अपार धन और सुख समृद्धि

Hariyali Amavasya 2020: सावन माह की अमावस्या को श्रावण अमावस्या या हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है। उड़ीसा में इसे चितलगी अमावस्या कहा जाता है। सावन माह भगावन शिव का प्रिय महीना है इसलिए हरियाली अमावस्या यानी श्रावण अमावस्या का विशेष महत्व होता है। हरियाली अमावस्या साल 2020 में कब होगी, हरियाली अमावस्या की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या होगा। हरियाली अमावस्या का क्या महत्व है, क्या है हरियाली अमावस्या पूजा विधि हरियाली अमावस्या के उपायों के बारे में बताएंगे।
इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है। सावन मास हरियाली का प्रतीक है। मां धरती इस समय पेड़ पौधो से हरी भरी रहती है। इसलिए इसे हरियाली अमावस्या कहा जाता है। हरियाली अमावस्या पर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से उनकी कृपा बनी रहती है और वे अपने भक्ति की हर मनोकामनाएं पूरी करती है। साथ ही कुवारी कन्याएं हरियाली अमावस्या पर व्रत रखती है। और उन्हें मनचाहा वर मिलता है, इसके अलावा सुहागिन महिलाओं का सुहाग हमेशा सलामत रहता है, यही वजह की इस दिन विवाहित स्त्री और अविवाहित कन्याएं दोनों व्रत कर मा पार्वती का पूजन करती है। इसके अलावा पीपल की पूजा की जाती है और मालपुहा का भोग लगाया जाता है।
हरियाली अमावस्या के दिन किए जाने वाले उपाय
सावन अमावस्या पर मछलियो या चिटियों को आटा या चीनी जरूर खिलाएं। यदि आप अपनी परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो हरियाली अमावस्या के दिन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें साथ ही सिंदूर और चमेली का तेल चड़ाएं।
सावन अमावस्या की शाम को मां लक्ष्मी को खुश करने के लिए घर के ईशान कोण में घी का दीपक जालाएं। इस दिन ऐसा करने से दरिद्रता घर के कोसों दूर रहती है और धन आगमन के रास्ते खुलते हैं।
इस दिन शिव जी की विधिवत पूजा करें और उन्हें खीर का भोग लगाएं। ऐसा करने से आपकी मनोकामना शीघ्र ही पूरी होगी। और भोले नाथ की कृपा भी प्राप्त होगी।
हरियाली अमावस्या की रात को घर में पूजा करते समय पूजा की थाली में स्वास्तिक या ऊँ बनाकर और उसपर महालक्ष्मी यंत्र रखें फिर विधिवत पूजा अर्चना करें, ऐसा करने से घर में स्थिर लक्ष्मी का वास होगा और आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी।
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