Hariyali Teej 2020 Mein : हरियाली तीज व्रत के नियम

Hariyali Teej 2020 Mein : हरियाली तीज का त्योहार (Hariyali Teej Festival) 23 जुलाई 2020 को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुर्नमिलन का दिन माना जाता है। लेकिन हरियाली तीज (Hariyali Teej) के इस व्रत को पूर्ण करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना अत्यंत अवश्यक है तो चलिए जानते हैं हरियाली तीज व्रत के नियम।
हरियाली तीज व्रत के नियम (Hariyali Teej Vrat Ke Niyam)
1. हरियाली तीज का व्रत सुहागन स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र और कुंवारी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए करती हैं।
2.यह व्रत निर्जला किया जाता है यानी हरियाली तीज के व्रत में पानी की एक बूंद भी ग्रहण नहीं की जाती। इसी कारण से यह व्रत अत्यंत कठिन होता है।
3.हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इसलिए आप इस दिन बालू से भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा बनाकर उनकी विधिवत पूजा करें।
4. इस व्रत में सोना भी वर्जित माना गया है। इसलिए आप बिल्कुल भी न सोएं। माना जाता है की जो भी महिला हरियाली तीज के व्रत में सो जाती है उसे अगले जन्म में अजगर का जन्म मिलता है।
5. यदि आपने हरियाली तीज का व्रत किया है तो आपको प्रदोष काल में पूजन अवश्य करना चाहिए। क्योंकि हरियाली तीज का पूजन प्रदोष काल में ही किया जाता है।
6.अगर आप शादीशुदा हैं तो आपको पूरा श्रृंगार करना चाहिए और हरे रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।
7.इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के बाद सास को सुहाग की थाली देना अत्यंत आवश्यक है। यदि आपकी सास नही है तो आप यह घर की किसी बड़ी महिला को दे सकती हैं।
8.हरियाली तीज के दिन झूला झूलने का भी विधान है। इसलिए इस दिन आप झूला अवश्य झूलें।
9.इस दिन पूरी रात रात्रि जागरण किया जाता है। इसलिए आप भी रात्रि जागरण अवश्य करें।
10. हरियाली तीज के व्रत के नियम के अनुसार इस व्रत को एक बार प्रारंभ करने के बाद छोड़ा नही जा सकता।
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