Hariyali Teej 2022: हरियाली तीज के दिन जरुर करें शिव के इस स्तोत्र का पाठ, मिलेगी कर्ज और गरीबी से मुक्ति

Hariyali Teej 2022: हरियाली तीज के दिन जरुर करें शिव के इस स्तोत्र का पाठ, मिलेगी कर्ज और गरीबी से मुक्ति
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Hariyali Teej 2022: हरियाली तीज के दिन सुहागन महिलाएं विधिपूर्वक शिव परिवार की पूजा करती हैं और मां पार्वती से सुखी वैवाहिक जीवन का वरदान प्राप्त करती हैं। वहीं इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में चल रहे संकटों और परेशानियों से व्यक्ति को निजात मिलती है और परिवार में धनागमन के स्तोत्र बनते हैं। तथा माता पार्वती के साथ ही माता लक्ष्मी का वास भी आपके घर में हो जाता है।

Hariyali Teej 2022: हरियाली तीज के दिन सुहागन महिलाएं विधिपूर्वक शिव परिवार की पूजा करती हैं और मां पार्वती से सुखी वैवाहिक जीवन का वरदान प्राप्त करती हैं। वहीं इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में चल रहे संकटों और परेशानियों से व्यक्ति को निजात मिलती है और परिवार में धनागमन के स्तोत्र बनते हैं। तथा माता पार्वती के साथ ही माता लक्ष्मी का वास भी आपके घर में हो जाता है। पूरा जीवन सुख और ऐश्वर्य के साथ व्यतीत होता है। तो आइए जानते हैं हरियाली तीज के दिन ऐसा क्या करें जिससे भगवान शिव प्रसन्न होकर आपके घर से दुख और दरिद्रता का नाश कर दें।

महादेव आसानी से प्रसन्न होने वाले देव हैं और अपने भक्तों पर वे सदैव ही कृपा करते हैं। उनकी कृपा से भय और क्लेश का नाश होता है और जीवन में संपन्नता आती है। वहीं जो मनुष्य हरियाली तीज के दिन दारिद्रय दहन शिव स्तोत्र का पाठ करता है, उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। वहीं प्रतिदिन दारिद्रय दहन शिव स्तोत्र का एक बार पाठ करने से जीवन खुशियों से भर जाता है और फिर जीवन में कभी भी परेशानी नहीं आती है।

॥दारिद्र्य दहन शिवस्तोत्रं॥

विश्वेश्वराय नरकार्णव तारणाय कणामृताय शशिशेखरधारणाय।

कर्पूरकान्तिधवलाय जटाधराय दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥१॥

गौरीप्रियाय रजनीशकलाधराय कालान्तकाय भुजगाधिपकङ्कणाय।

गंगाधराय गजराजविमर्दनाय दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥२॥

भक्तिप्रियाय भवरोगभयापहाय उग्राय दुर्गभवसागरतारणाय।

ज्योतिर्मयाय गुणनामसुनृत्यकाय दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥३॥

चर्मम्बराय शवभस्मविलेपनाय भालेक्षणाय मणिकुण्डलमण्डिताय।

मंझीरपादयुगलाय जटाधराय दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥४॥

पञ्चाननाय फणिराजविभूषणाय हेमांशुकाय भुवनत्रयमण्डिताय।

आनन्दभूमिवरदाय तमोमयाय दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥५॥

भानुप्रियाय भवसागरतारणाय कालान्तकाय कमलासनपूजिताय।

नेत्रत्रयाय शुभलक्षण लक्षिताय दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥६॥

रामप्रियाय रघुनाथवरप्रदाय नागप्रियाय नरकार्णवतारणाय।

पुण्येषु पुण्यभरिताय सुरार्चिताय दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥७॥

मुक्तेश्वराय फलदाय गणेश्वराय गीतप्रियाय वृषभेश्वरवाहनाय।

मातङ्गचर्मवसनाय महेश्वराय दारिद्र्य दुःखदहनाय नमः शिवाय॥८॥

वसिष्ठेन कृतं स्तोत्रं सर्वरोगनिवारणं। सर्वसंपत्करं शीघ्रं पुत्रपौत्रादिवर्धनम्।

त्रिसंध्यं यः पठेन्नित्यं स हि स्वर्गमवाप्नुयात्॥९॥

॥इति वसिष्ठ विरचितं दारिद्र्यदहनशिवस्तोत्रं सम्पूर्णम्॥

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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