Hastrekha Shastra : हथेली में यहां मौजूद तिल होता है बहुत ही खास, जानें इसका महत्व

Hastrekha Shastra : शरीर के अलग-अलग भागों में तिल होने का अलग-अलग ही मतलब होता है। हथेली औ अंगुलियों में तिल होने का अपना कुछ अलग ही महत्व होता है। हथेली में तिल होना अकसर अच्छा ही माना जाता है। हथेली के बीच में तिल का होना बहुत ही शुभ रहता है। हस्तरेखा शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार माना जाता है कि, जिन लोगों की हथेली के बीच में तिल होता है, उनका वैवाहिक और दांपत्य जीवन सुखमय रहता है।
वहीं साथ ही हथेली और अंगुलियों के अलग-अलग भागों में तिल होने के अलग-अलग मायने होते हैं। तो आइए जानते हैं कहां पर कौन सा तिल होने का क्या अर्थ होता है।
हथेली के बीच में तिल का होना बहुत ही शुभ माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार माना जाता है कि, इससे दांपत्य जीवन बहुत अच्छा रहता है।
कई लोगों के हथेली के पीछे और आगे वाले भाग में तिल होता है। जिसे बहुत ही शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि, ऐसा इंसान बहुत अमीर बनता है। और उसकी जिंदगी में बहुत सारी खुशियां आती हैं।
जिन लोगों के अुगुठे पर तिल होता है। ऐसा व्यक्ति काम करने में परफेक्ट और दूसरों के साथ मित्रवत व्यवहार करने वाला होता है। साथ ही ऐसा व्यक्ति बहुत ही न्यायप्रिय होता है।
जिन लोगों की तर्जनी अंगुली पर तिल होता है, ऐसा व्यक्ति विद्वान, गुणवान और धनवान होता है। वहीं ऐसे व्यक्ति को शत्रु बहुत परेशान करते हैं। जिन लोगों की मध्यमा अंगुली पर तिल होता है, ऐसा मनुष्य जीवन पर्यंत सुखी रहता है। वहीं उसका पूरा जीवन शांतिपूर्ण व्यतीत होता है।
जिन लोगों की कनिष्ठा पर तिल होता है, ऐसा व्यक्ति धनवान और अकूत संपत्ति का स्वामी होता है। परन्तु उसके जीवन में दुख भी कम नहीं होते हैं।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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