Indira Ekadashi 2021 : इंदिरा एकादशी व्रत की उद्यापन विधि क्या है, जानें

Indira Ekadashi 2021 : इंदिरा एकादशी व्रत की उद्यापन विधि क्या है, जानें
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Indira Ekadashi 2021: इंदिरा एकादशी 02 अक्टूबर 2021 को मनाई जाएगी। यह व्रत पितृ पक्ष में मनाया जाता है। इसी कारण से कई लोग इस व्रत को नहीं कर पाते हैं, लेकिन आपको इंदिरा एकादशी का व्रत छोड़ने से पहले इसका उद्यापन अवश्य कर देना चाहिए तो आइए जानते हैं इंदिरा एकादशी व्रत की उद्यापन विधि के बारे में...

Indira Ekadashi 2021: इंदिरा एकादशी 02 अक्टूबर 2021 को मनाई जाएगी। यह व्रत पितृ पक्ष में मनाया जाता है। इसी कारण से कई लोग इस व्रत को नहीं कर पाते हैं, लेकिन आपको इंदिरा एकादशी का व्रत छोड़ने से पहले इसका उद्यापन अवश्य कर देना चाहिए तो आइए जानते हैं इंदिरा एकादशी व्रत की उद्यापन विधि के बारे में...

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इंदिरा एकादशी की उद्यापन विधि

1.इंदिरा एकादशी पर बारह ब्राह्मण और पूजा कराने वाले एक आचार्य और उन सब की पत्नियों को आदर सहित अपने घर पर आने का निमंत्रण दें।

2.इसके बाद उद्यापन करने वाले वाले व्यक्ति को नहाकर साफ वस्त्र धारण करके आचार्य का पूजन करना चाहिए।

3. उसके बाद आचार्य जी को उत्तम रंगों से चक्र-कमल से संयुक्त सर्वतोभद्रमण्डल बनाकर श्वेत वस्त्र से आवेष्टित करे ।

4 .इसके बाद पञ्चपल्लव एवं यथासंभव पञ्चरत्न से युक्त कर्पूर और अगरु की सुगन्ध से वासित जलपूर्ण कलश को लाल कपड़े से वेष्टित करके उसके ऊपर ताँबे का पूर्णपात्र रखे। उस बाद कलश को पुष्प मालाओँ से भी वेष्टित करे।

5. कलश को सर्वतोभद्रमण्डल के ऊपर स्थापित करके कलश पर भगवान श्री लक्ष्मीनारायण मूर्ति या तस्वीर को स्थापना करें।

6. सर्वतोभद्रमण्डल मेँ बारह महीनों के अधिपतियों की स्थापना करके उनका पूजन करें ।

7. मण्डल के पूर्वभाग में शुभ शङ्ख की स्थापना करे और कहे- 'हे पाञ्चजन्य! आप पहले समुद्र से उत्पन्न हुए, फिर भगवान विष्णु ने अपने हाथों मेँ आपको धारण किया, सम्पूर्ण देवताओं ने आपके रूप को सँवारा है।

8. यह सभी पूजा विधि आचार्य के द्वारा संपन्न कराई जाएगी। इसके बाद सभी ब्राह्मण , आचार्य और उनकी पत्नियों को भोजन कराएं।

9. भोजन कराने के बाद सभी को कपड़े और दक्षिणा देकर विदा करें और उनका आर्शीवाद लें।

10.उद्यापन विधि संपन्न होने के बाद किसी निर्धन व्यक्ति को भी दान अवश्य दें।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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