Janmashtami 2020 Fast : जन्माष्टमी व्रत उद्यापन विधि

Janmashtami 2020 Fast : जन्माष्टमी व्रत उद्यापन विधि
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Janmashtami 2020 Fast : जन्माष्टमी व्रत के उद्यापन (Janmashtami Vrat Udyapan Vidhi) की विधि जानना आपके लिए बेहद ही आवश्यक है। क्योंकि किसी भी व्रत का उद्यापन (Vrat Udyapan ) किए बिना उस व्रत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता तो चलिए जानते हैं जन्माष्टमी व्रत के उद्यापन की संपूर्ण विधि।

Janmashtami 2020 Fast : जन्माष्टमी का व्रत 11 अगस्त 2020 (Janmashtami Fast 11 August) को रखा जाएगा। इस व्रत का उद्यापन करने से गर्भवती महिलाओं को भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) जैसे पुत्र की प्राप्ति होती है। यदि आप भी जन्माष्टमी व्रत का उद्यापन करना चाहती हैं और आपको इसकी विधि के बारे में नहीं पता है तो आज हम आपको जन्माष्टमी के व्रत की संपूर्ण विधि बताएंगे।

जन्माष्टमी व्रत उद्यापन विधि (Janmashtami Vrat Udyapan Vidhi)

1. जन्माष्टमी के व्रत का उद्यापन वही स्त्री कर सकती है जो गर्भवती हो। ऐसा करने से उन्हें उत्तम संतान की प्राप्ति होती है।

2. इसके लिए आप जन्माष्टमी के दिन सोलह नारियल लें और हर नारियल पर कुमकुम का टीका लगाएं और उन्हें पूजा स्थल पर रख दें।

3.जन्माष्टमी के व्रत के उद्यापन के लिए आप सोलह गर्भवती स्त्रियों को आदर सहित भोजन के लिए आमंत्रित करें।

4. गर्भवती स्त्रियों को आमंत्रित करने के बाद एक छोटे बच्चे को भी गणेश जी रूप में आमंत्रित करें

5.भोजन में आपको खीर अवश्य बनानी है। क्योंकि जन्माष्टमी व्रत के उद्यापन में खीर अति आवश्यक है।

6.इसके बाद उस छोटे बच्चे को भोजन कराकर उसे चार लड्डू अवश्य दें और साथ ही एक नारियल दें। यह कार्य आपको रात 12 बजे करना है।

7.इसके बाद रात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण के जन्म के बाद सभी सोलह गर्भवती स्त्रियों को भोजन कराएं और उन्हें अपनी श्रद्धा के अनुसार दक्षिणा दें।

8.भोजन कराने के बाद सभी सोलह स्त्रियों को कुमकुम के टीके वाला एक- एक नारियल दें।

9.माना जाता है कि गर्भवती स्त्रियों को भोजन कराना संसार का सर्वश्रेष्ठ दान माना गया है।

10. अंत में भगवान श्री कृष्ण से किसी भी प्रकार के लिए श्रमा याचना करें और प्रार्थना करें कि वह आपको उनके जैसी ही संतान दें।

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