Jyotish Shastra : धनलक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए ऐसे करें सूर्य यंत्र की पूजा, मिल जाएगा सुख-वैभव और ऐश्वर्य

Jyotish Shastra : महालक्ष्मी धन-धान्य और सुख-ऐश्वर्य को देने वाली देवी हैं। सुख-सौभाग्य और धन-वैभव महालक्ष्मी जी की कृपा से ही प्राप्त होता है। महालक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आप प्रतिदिन सूर्य के यंत्र की पूजा करें तो आपके जीवन में धन-धान्य, सुख-सौभाग्य और ऐश्वर्य-वैभव की कभी कमी नहीं होगी और आपको कभी आर्थिक कष्टों का सामना नहीं करना होगा। तो आइए जानते हैं महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपायों के बारे में जिससे आपके संकट सदा- सदा के लिए समाप्त हो जाए।
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- माता महालक्ष्मी जी ज्योतिपुंज यानि प्रकाश की देवी हैं और वहीं सूर्य प्रकाश पुंज हैं। अगर आप सूर्य यंत्र को किसी तांबे या सोने की प्लेट पर बनवाकर पूजा स्थल में रखें और प्रतिदिन इस यंत्र की पूजा करें तो आपको माता महालक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है।
- सूर्य यंत्र के साथ लक्ष्मी-गणेश की पूजा करने से भी आपको धनलक्ष्मी माता का आशीर्वाद मिलता है। अगर आप चाहें तो सूर्य यंत्र सिन्दूर से भोजपत्र अथवा अपने घर की किसी दीवार पर भी बनवा सकते हैं।
- अंकों से निर्मित इस यंत्र को किसी भी सीध में जोड़ने पर योग पंद्रह आता है। यंत्र नौ खानों का होता है। इसमें प्रत्येक खाने में एक से लेकर नौ तक का अंक स्थापित होते हैं।
ऐसे बनाएं सूर्य यंत्र
आप सबसे पहले तीन गुणा तीन वाले समान आकार के नौ खाने बना लें और मध्य वाले खाने में आप 5 का अंक स्थापित करें। इसके ऊपर वाले खाने में 1 और नीचे के खाने में 9 अंक रखें। इन तीनों का योग करेंगे तो 15 ही होगा।
9 के अंक के एक ओर 4 और दूसरे वाले खाने में 2 लिखें। आगे के खाली खानों में 15 के योग से मिलान का अंक रखें। इस प्रकार से यह यंत्र संपूर्ण हो जाएगा।
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सूर्य यंत्र के अंक
6 1 8
7 5 3
2 9 4
इस सूर्य यंत्र को सोने अथवा तांबा धातु की प्लेट आदि पर निर्मित करवा कर आप अपने गले में या बाजू में धारण कर सकते हैं। जिन जातकों की कुंडली में सूर्य की सकारात्मकता अधिक है उन्हें सूर्य यंत्र अवश्य ही धारण करना चाहिए और साथ ही सूर्य को प्रतिदिन अर्घ्य देना चाहिए।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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