Jyotish Shastra: हाथ की इस अंगुली में पहन लें चांदी की अंगुठी, फिर देखें चमत्कार

Jyotish Shastra: ज्योतिष के अनुसार, चांदी के आभूषण आपकी खूबसूरती बढ़ाने के साथ ही शुभ स्मृति के कारक भी माने जाते हैं और ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार चांदी नवग्रहों में शुक्र और चंद्रमा से जुड़ी हुई धातु है। वहीं जो शुक्र ग्रह हैं वो हमें सुख-संपत्ति, धन और ऐश्वर्य आदि भौतिक सुख प्रदान करते हैं। वहीं चंद्रमा हमारे मन को शांति प्रदान करते हैं। कहा जाता है कि चांदी भगवान शिव के नेत्रों से उत्पन्न हुई है। इसीलिए जहां पर भी व्यक्ति चांदी धारण करते हैं, वहां पर भगवान शंकर जी की कृपा भी प्राप्त होना आरंभ हो जाती है और इसे मां पार्वती की रज भी कहा जाता है। तो आइए जानते हैं चांदी के अंगुठी पहनने से आपको क्या क्या फायदे मिल सकते हैं।
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चांदी की अंगुठी पहनने से पहले उसका संस्कार करना चाहिए। जब तक चांदी की अंगुठी का संस्कार नहीं होता है तब तक वह शुभ फल प्रदान नहीं करती है। वहीं संस्कार आप दो तरीके से कर सकते हैं।
1. पहली संस्कार विधि के अनुसार आप चांदी की अंगुठी को गौमूत्र में 24 घंटे के लिए छोड़ दें। इस दौरान चांदी की अशुद्धियां समाप्त हो जाती हैं।
2. दूसरी संस्कार विधि के अनुसार आप गंगाजल में 24 घंटे के लिए चांदी की अंगुठी को डाल दें। ऐसा करने से भी चांदी के शुभ लक्षण जाग्रत हो जाते हैं और उसकी अशुद्धियां दूर हो जाती हैं।
चांदी की अंगुठी पहनने के फायदे
- चांदी की अंगुठी पहनने से शुक्र ग्रह और चंद्रमा शुभ फल प्रदान करते हैं। इसके कारण हमारे चेहरे की खुबसूरती में निखार आता है।
- चांदी की अंगुठी पहनने से मस्तिक शांत रहता है। क्योंकि चांदी चंद्रमा का कारक है और जिन्हें बात-बात पर बहुत ही ज्यादा गुस्सा आता है, वे लोग भी चांदी की अंगुठी जरुर ही धारण करें।
- कमजोर चंद्रमा को उत्तम बनाने के लिए और उसकी क्षमता को ज्यादा बढ़ाने के लिए चांदी की अंगुठी अवश्य धारण करें। इससे हमारी मानसिक क्षमता बढ़ जाती हैं।
- अगर आपको कफ है, जोड़ों के दर्द की समस्या है अथवा हड्डियों से जुड़ी कोई भी समस्या है तो चांदी की अंगुठी पहनने से ये काफी हद तक ठीक हो जाती हैं। इससे शरीर में वात, पित और कफ इन तीनों जिस्म त्रिदोषों में लाभ मिलता है।
- चांदी की अंगुठी या चांदी के बर्तनों में भोजन करने से भी हमें अनेक प्रकार के लाभ मिलते हैं।
- वहीं चांदी की अंगुठी कनिष्का अंगुली में ही धारण करनी चाहिए।
- चांदी की अंगुठी धारण करने से चंद्रमा प्रसन्न होते हैं। वहीं शिवलिंग के पास 24 घंटे के लिए चांदी की अंगुठी छोड़ देने से वह सिद्ध हो जाती है और इसके बाद उसे धारण करने से हमारा मन हमेशा शांत रहता है और हमें निश्चित रूप से तरक्की मिलना शुरु हो जाती है। यह सभी प्रकार के विघ्न बाधा और अकाल मृत्यु तक से हमें बचाती है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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