Jyotish Shastra : जानें, चंदन की माला से मंत्र जाप करने और मस्तक पर तिलक लगाने के ये फायदे

- चंदन के पेड़ की लकड़ी से ही चंदन निकलता है।
- चंदन की लकड़ी को घीस कर ही चंदन निकाला जाता है।
चंदन के पेड़ की लकड़ी से ही चंदन निकलता है। चंदन की लकड़ी को घीस कर ही चंदन निकाला जाता है। चंदन कई तरह का होता है, जिसमें रक्त और श्वेत चंदन प्रमुख हैं। और वहीं हरि चंदन, गोपी चंदन, सफेद चंदन, लाल चंदन, गोमती और गोकुल चंदन आदि भी चंदन के ही अन्य प्रकार हैं। चंदन शीतलता प्रदान करने वाला होता है। तो आइए जानते हैं चंदन का तिलक लगाने या इसकी माला पहने के लाभ के बारे में।
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चंदन की माला के लाभ
- मां दुर्गा की उपासना रक्त चंदन की माला से करना चाहिए। इससे मंगल ग्रह के दोष भी दूर होते हैं। चंदन की माला से दुर्गा उपासना के लिए ॐ दुर्ग दुर्गाय नम: मंत्र का जप करना चाहिए।
- चंदन की माला भगवान विष्णु, भगवान राम और भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित जपों की सिद्धि के लिए उपयोग में लाई जाती है।
- सफेद चंदन की माला से महासरस्वती, महालक्ष्मी मंत्र, गायत्री मंत्र आदि का जप करना विशेष शुभफलप्रद होता है।
- चंदन की माला से गायत्री उपासना का लिए ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्..उक्त मंत्र का जप करने से यह बहुत ही जल्द सिद्ध हो जाता है।
- चंदन की माला धारण करने से नौकरी पेशा में उन्नती तो होती ही है सभी लोग ऐसे व्यक्ति से खुश रहते हैं और सभी उसके मित्र बने रहते हैं। ऐसे व्यक्ति को सभी ओर से सहयोग प्राप्त होता रहता है।
- इस माला को मानसिक शांति एवं लक्ष्मी प्राप्ति के लिए भी गले में धारण करने से लाभ होता है।
चंदन का टीका लगाने के फायदे
- चेहरे पर चंदन का लेप लगाने से दाग धब्बे आदि मिट जाते हैं। चंदन आपकी त्वचा को बेदाग बनाने के लिए एक बेहतरीन उपाय है। गुलाबजल के साथ चंदन को घिसकर इसका लेप बनाएं और फिर इसे चेहरे पर लगाएं। कुछ ही दिनों में बेदाग त्वचा नजर आएगी।
- चंदन का तिलक लगाने से पापों का नाश होता है।
- चंदन का तिलक लगाने से व्यक्ति संकटों से बचता है
- चंदन का तिलक लगाने से लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
- चंदन का तिलक लगाने से ज्ञानतंतु संयमित व सक्रिय रहते हैं। चंदन का तिलक ताजगी लाता है और ज्ञान तंतुओं की क्रियाशीलता बढ़ाता है।
- चंदन का तिलक कई रोगों को शांत करता है, जैसे तृषा, थकान, रक्तविकार, दस्त, सिरदर्द, वात पित्त, कफ, कृमि और वमन आदि। सिर पर चंदन का तिलक लगाने से शांति मिलती है।
- जिस घर में प्रतिदिन चंदन की बट्टी को शिल्ला पर घिस पर माथे पर लगाया जाता है उस घर में रोग और शोक नहीं होते हैं। पूजन सामग्री वाले के यहां चंदन की एक बट्टी या टुकड़ा मिलता है। उस बट्टी को पत्थर के बने छोटे से गोल चकले पर घिसा जाता है। प्रतिदिन चंदन घिसते रहने से घर में सुगंध का वातावरण निर्मित होता है।
- जिस स्थान पर प्रतिदिन चंदन घीसा जाता है और गरूड़ घंटी की ध्वनि सुनाई देती है, वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है।
- मान्यता है कि विष्णु और उनके अवतारों की पूजा में पीत चंदन का उपयोग करने से वे प्रसन्न होते हैं।
- प्रतिदिन घर से निकलने वक्त अपनी नाभि में चंदन का इत्र लगाएं, इससे संपन्नता और वैभव बढ़ता जाएगा। इसके अलावा चाहें तो पर्स, तिजोरी और वस्त्रों भी सुगंध का उपयोग करें।
सावधानी
चंदन का गुण शीतल है। यदि आपको सर्दी की शिकायत रहती है तो इसे धारण न करें। सर्दी के मौसम में भी इस माला को धारण नहीं करना चाहिए इससे कफ बढ़ने की संभावना रहती है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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