Jyotish Shastra: गुरुवार के दिन करें ये काम, मिलेगा देवगुरू बृहस्पति के साथ भगवान विष्णु का आशीर्वाद

Jyotish Shastra: गुरुवार के दिन करें ये काम, मिलेगा देवगुरू बृहस्पति के साथ भगवान विष्णु का आशीर्वाद
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Jyotish Shastra: गुरूवार के देवता सृष्टि के सृजनहार ब्रहमदेव को माना जाता है। वहीं वैदिक ज्योतिष में संतान, शादी-विवाह और दांपत्य सुख, परिवार सुख, वाणी और ज्ञान के साथ हुनर व बड़प्पन के स्वामी बृहस्पतिदेव माने गए हैं। वहीं अगर कुंडली में बृहस्पतिदेव मजबूत स्थिति में हों तो मनुष्य को कभी भी इस प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है।

Jyotish Shastra: गुरूवार के देवता सृष्टि के सृजनहार ब्रहमदेव को माना जाता है। वहीं वैदिक ज्योतिष में संतान, शादी-विवाह और दांपत्य सुख, परिवार सुख, वाणी और ज्ञान के साथ हुनर व बड़प्पन के स्वामी बृहस्पतिदेव माने गए हैं। वहीं अगर कुंडली में बृहस्पतिदेव मजबूत स्थिति में हों तो मनुष्य को कभी भी इस प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है। वह इस सभी क्षेत्रों में समय रहते ही सफलता प्राप्त करता है। वहीं अगर बृहस्पतिदेव किसी जातक की कुंडली में कमजोर स्थिति में होते हैं या अन्य किसी ग्रह से पीड़ित होते हैं तो व्यक्ति के जीवन में इस प्रकार की बाधाएं आती ही रहती हैं और वह संतान, शादी-विवाह और दांपत्य सुख, परिवार सुख, वाणी और ज्ञान के साथ हुनर व बड़प्पन आदि सुखों से वंचित ही रह जाता है। कई बार तो ऐसे जातक आजीवन अविवाहित ही रह जाते हैं, जिसके कारण उन्हें संतान समेत जीवन के अनरू सुखों से भी वंचित रहना पड़ जाता है। वहीं अगर किसी जातक की कुंडली में बृहस्पतिदेव कमजोर स्थिति में हों अथवा किसी अन्य ग्रह से पीड़ित हो तो उस जातक को समय रहते आवश्यक ज्योतिषीय उपाय कर लेने चाहिए अथवा किसी विद्वान ज्योतिषी या आचार्य के मार्गदर्शन में इसका उपाय करना चाहिए। तो आइए जानते हैं, कुंडली में बृहस्पतिदेव को मजबूत बनाने के उपायों के बारे में...

बृहस्पति के उपाय

  • बृहस्पतिदेव को मजबूत करने के लिए गुरूवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और उसके बाद भगवान विष्णु या देवगुरू बृहस्पति का ध्यान करते हुए ओम नाम का लगातार जाप करें। ऐसे करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं और बृहस्पतिदेव के साथ ही सभी ग्रहों की अनुकूलता प्राप्त होती है।
  • कभी भी आप अपने कपड़े किसी अन्य व्यक्ति के साथ शेयर ना करें।
  • अपना चरित्र उत्तम बनाए रखें।
  • वाणी से कभी भी किसी को अपशब्द ना बोलें।
  • गुरुवार के दिन आटे में हल्दी, चना का आटा डालकर आटा गूंथें और उस आटे की रोटी को घी-बूरा के साथ जरुरतमंद लोगों में वितरित करें और स्वयं भी उनका सेवन करें।
  • कन्याओं को सदैव सम्मान की दृष्टि से देखें और उनका आदर करें।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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