Jyotish Shastra : जानें, किस नक्षत्र में ना दें किसी को धन उधार, वरना पछताएंगे आप

Jyotish Shastra : वर्तमान की जीवन शैली में धन की आवश्यकता गरीब और अमीर सभी लोगों को होती है। पैसा ही आज दुनिया में व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकता बन गया है। जिसे वह पूरा करने के लिए व्यक्ति सभी प्रकार के कार्य करता है। वहीं कई बार जीवन में ऐसा समय आ जाता है जब व्यक्ति को पैसों की जरूरत होती है और उसके पास पैसे नहीं होते हैं तो वह व्यक्ति अपने दोस्तों या रिश्तेदारों से पैसा उधारी के रूप में लेता है, लेकिन वहीं ज्योतिष में कर्ज लेनदेन के भी कुछ नियम बताए गए हैं और किसी से भी धन का लेनदेन करते समय इन ज्योतिषीय नियमों को ध्यान में रखने की जरूरत होती है ज्योतिष के मुताबिक कुछ नक्षत्र ऐसे होते हैं, जिसमें व्यक्ति को पैसे के लेनदेन से परहेज करना चाहिए। क्योंकि इन दिनों और नक्षत्र में यदि धन का लेनदेन किया जाए तो उसके वापस मिलने की संभावना कम हो जाती है। ज्योतिषशास्त्र में धन के लेनदेन के लिए किस वार और नक्षत्र प्रतिकूल या अनुकूल माना गया है उसी के अनुसार धन का लेनदेन करें तो शुभ रहता है। तो आइए जानते हैं धन के लेनेदेन किस नक्षत्र में करें और किस नक्षत्र में ना करें।
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हस्त नक्षत्र
हस्त नक्षत्र ज्योतिष के मुताबिक, 13वां नक्षत्र है इस नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा होता है। तथा इस नक्षत्र में व्यक्ति को किसी को भी धन उधार नहीं देना चाहिए क्योंकि इसमें नक्षत्र में उधार दिया गया धन कभी वापस नहीं आता है। यदि आप इस नक्षत्र में किसी को कर्ज चुकाते है। तो यह समृद्धि और सौभाग्य लाता है।
मूल नक्षत्र
मूल नक्षत्र के चारों चरण धनु राशि में होते है। इस नक्षत्र का स्वामी केतु होता है वही राशि स्वामी गुरु होता है। इसमें नक्षत्र में कर्ज देने पर उसके लंबे समय तक हंसी रहने की संभावना होती है।
आद्रा नक्षत्र
आद्रा नक्षत्र ज्योतिष में छठा नक्षत्र है और इस नक्षत्र का स्वामी राहु होता है। और यदि आप इस नक्षत्र में किसी व्यक्ति को कर्ज देते है। तो जब आपको इन पैसों की अधिक जरूरत होगी, तब यह पैसा आपको नहीं मिलेंगा।
ज्येष्ठा नक्षत्र
ज्योष्ठा नक्षत्र का स्वामी मंगल होता है और इस नक्षत्र के चारों चरण वृश्चिक राशि में होते है। इस नक्षत्र में कर्ज देना आपके लिए हानि लेकर आ सकता है।
विशाखा नक्षत्र
विशाखा नक्षत्र को ज्योतिष में 16वां नक्षत्र कहा जाता है और इस नक्षत्र के तीन चरण तुला राशि आते है। इस नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा होता है। इस नक्षत्र में कर्ज देने पर आप के कर्ज दिए पैसे वापस तो आ जाते हैं परंतु उसके लिए आपको बहुत लंबे समय तब इंतजार करना पड़ता है।
ध्रुव और कृतिका नक्षत्र
इस नक्षत्र के स्वामी सूर्य और राशि के सामने शुक्र होते हैं यह नक्षत्र आकाश मंडल में अग्निशिखा की तरह दिखाई देता है। इस नक्षत्र में दिया हुआ कर्ज वापस नहीं आता।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र
यह नक्षत्र आकाश मंडल में 12वां नक्षत्र है। इस नक्षत्र का स्वामी सूर्य होता है। और इस नक्षत्र में दिए हुए पैसे या कर्ज व्यक्ति के घर में अशांति का कारण बनते है। यदि इस नक्षत्र में व्यक्ति किसी से कर लेता है तो उसके लिए कर चुकाना बेहद कठिन हो जाता है।
उत्तराषाढ़ा नक्षत्र
उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का स्वामी भी सूर्य होता है तथा राशि स्वामी गुरु होता है। इस नक्षत्र में यदि व्यक्ति किसी से कर्ज लेता है तो उसके लिए कर्ज वापस दे पाना कठिन हो जाता है।
उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र
इस नक्षत्र के स्वामी शनि देव होते हैं और स्वामी राशि मीन होती है। इस नक्षत्र में व्यक्ति के लिए कर्ज लेन-देन अच्छा नहीं होता है।
रोहिणी नक्षत्र
रोहिणी नक्षत्र आकाश मंडल में चौथा नक्षत्र है इस नक्षत्र का स्वामी ग्रह चंद्रमा और नक्षत्र की स्वामी राशि शुक्र होती है। इस नक्षत्र में भी कर्ज या तो इसका वापस मिलना मुश्किल हो जाता है और साथ ही कर्ज लिया करो इसका वापस चुकाना कठिन हो जाता है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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