Jyotish Shastra : कुंडली के आठवें भाव में बैठे बृहस्पति बना देते हैं व्यक्ति को ऐसा, जानकर हैरान हो जाएंगे आप

Jyotish Shastra : कुंडली के आठवें भाव में बैठे बृहस्पति बना देते हैं व्यक्ति को ऐसा, जानकर हैरान हो जाएंगे आप
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Jyotish Shastra : ज्योतिष शास्त्र एक बहुत ही गूढ़ विषय है। इस शास्त्र का अध्ययन करना इतना सरल नहीं है। ज्योतिष गणनाओं को जानना -समझना प्रत्येक व्यक्ति के वश की बात नहीं है।

Jyotish Shastra : ज्योतिष शास्त्र एक बहुत ही गूढ़ विषय है। इस शास्त्र का अध्ययन करना इतना सरल नहीं है। ज्योतिष गणनाओं को जानना -समझना प्रत्येक व्यक्ति के वश की बात नहीं है। ग्रह-नक्षत्रों के सटीक आंकलन से हम लोग भूत, भविष्य और वर्तमान में होने वाली छोटी और बड़ी सभी घटनाओं के बारे में जान सकते हैं। वहीं अगर जन्मकुंडली के बारे में बात करें तो कुंडली के सभी भावों में विराजमान ग्रहों का आंकलन करके हम किसी भी जातक के भूत, भविष्य और वर्तमान का ज्ञान कर सकते हैं। इसके लिए विद्वान, आचार्य अथवा को ज्योतिष का जानकार की आवश्यकता होती है। जोकि किसी भी जातक की कुंडली के बारे में सटीक से विश्लेषण करके उसके बारे में बता सकें। वहीं प्रत्येक ग्रह एक निश्चित घर में ही शुभ फल देता है। तो आइए जानते हैं कुंडली के आठवें घर में बृहस्पति कितना शुभ फल देते हैं।

  • आठवें घर में बृहस्पति जातक को धनी और भाग्यशाली बनाते हैं।
  • अन्य लोग भी ऐसे जातक की सहायता करते हैं और उसकी सभी बातों का पालन करते हैं।
  • ऐसे जातक को अपनी धन संबंधी बचत को निरंतर बनाए रखने में कभी-कभी परेशानी हो सकती है। परन्तु जरुरत के दौरान लोगों से उसे हर प्रकार की मदद मिल जाती है।
  • बृहस्पति की ऐसी स्थिति जातक को शोध और गूढ़ विद्याओं के अध्ययन के लिए बहुत अच्छी होती है।
  • बृहस्पति की कृपा के कारण ऐसा जातक जो बोलता है वह अकसर सच ही होता है।
  • ऐसे जातक पर देवगुरू की विशेष कृपा होती है और कोई भी दुर्घटना होने पर उसे तत्काल ही सुरक्षा मिलती है। अर्थात छोटी-मोटी चोट उसे लग सकती है, लेकिन वह जातक बृहस्पति देव की कृपा के कारण दीर्घायु होता है।
  • ऐसे भाग्यवान जातक को अपने पुत्र से बहुत अधिक सहायता नहीं मिलती है। परन्तु उसकी पुत्री उसका बहुत अधिक ध्यान रखती है।
  • ऐसे लोगों के मन में हमेशा असंतोष की भावना बनी रहती है और वह सोचता रहता है कि उसके बच्चों ने उतना ध्यान नहीं किया जितना उसने अपने बच्चों के लिए किया है।
  • ऐसे जातक का पेट विकसित होता है।
  • ऐसे जातक को अपने जीवन में कई बार अपमान का सामना करना पड़ता है।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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