Jyotish Shastra : कुंडली में बृहस्पति मजबूत होने के हैं ये लाभ, जानें पूरी डिटेल

Jyotish Shastra : मानव समेत संपूर्ण सृष्टि पर ग्रह-नक्षत्रों की शुभ और अशुभ स्थिति का विशेष प्रभाव होता है। इन्हीं ग्रह और नक्षत्रों के कारण ही मानव के जीवन में सुख और दुख आते रहते हैं। जब कोई ग्रह किसी जातक की कुंडली में शुभ स्थिति में होता है तो वह जातक को शुभ अपने शुभ प्रभाव से मालामाल कर देता है और जब वहीं ग्रह किसी जातक की कुंडली में अशुभ प्रभाव दिखाता है तो उसके जीवन को दुखों के सागर में ढकेल देता है। वहीं नवग्रह मंडल में बृहस्पतिदेव को शुभ ग्रह की दृष्टि से देखा जाता है और उन्हें गुरू ग्रह और देवगुरू भी कहा जाता है। तो आइए जानते हैं बृहस्पति देव के शुभ और मजबूत स्थिति में होने पर जातक के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है अर्था बृहस्पति के कुंडली में मजबूत होने के क्या लाभ होते हैं।
संपन्न परिवार
बृहस्पति की शुभ स्थिति के कारण ही जातक का परिवार सुख-समृद्धि से परिपूर्ण और धन संपन्न होता है। वरना व्यक्ति दुखों के पहाड़ तले दब जाता है।
संतान सुख
बृहस्पति ग्रह के कुंडली में मजबूत होने पर जातक को संतान का सुख मिलता है। ऐसे जातक की संतान आज्ञाकारी और गुणी होती है।
ज्ञानवान
बृहस्पतिदेव को ज्योतिष में देवगुरू भी कहा जाता है। इसीलिए जिस भी मनुष्य की कुंडली में बृहस्पतिदेव मजबूत स्थिति में होते हैं, वह जातक ज्ञान का भंडार होता है।
सुकून
बृहस्पति के कुंडली में मजबूत स्थिति में होने के कारण ही व्यक्ति के जीवन में सुकून बना रहता है। ऐसा व्यक्ति धैर्य और साहस की साक्षात प्रतिमा होता है और विपरित परिस्थिति में भी वह अपना संयम और धैर्य बनाए रखता है। जिससे वह बुरे समय में भी आसानी से निजात प्राप्त कर लेता है। तथा संपन्नता से जीवन व्यतीत करता है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)
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