Jyotish Shastra : मां लक्ष्मी का ये बीजमंत्र भूलकर भी मत पढ़ना वरना हो जाएगी पैसों की बारिश

Jyotish Shastra : मां लक्ष्मी का ये बीजमंत्र भूलकर भी मत पढ़ना वरना हो जाएगी पैसों की बारिश
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Jyotish Shastra : गरीबी एक ऐसा अभिशाप है जिससे व्यक्ति को तिनके-तिनके के लिए तड़फ-तड़फ कर जीना पड़ता है। गरीबी आदमी का सबसे बड़ा शत्रु है। वहीं मंत्रों की जो शक्ति होती है वह असीम होती है, क्योंकि मंत्र में देवताओं के प्राण होते हैं और अलग-अलग मंत्रों में अलग-अलग देवी-देवताओं के प्राण बसते हैं। मंत्र की शक्ति के सामने देवी-देवता भी विवश पड़ जाते हैं। वे ना चाहते हुए भी उन्हें साधक की इच्छा पूरी करनी पड़ती है।

Jyotish Shastra : गरीबी एक ऐसा अभिशाप है जिससे व्यक्ति को तिनके-तिनके के लिए तड़फ-तड़फ कर जीना पड़ता है। गरीबी आदमी का सबसे बड़ा शत्रु है। वहीं मंत्रों की जो शक्ति होती है वह असीम होती है, क्योंकि मंत्र में देवताओं के प्राण होते हैं और अलग-अलग मंत्रों में अलग-अलग देवी-देवताओं के प्राण बसते हैं। मंत्र की शक्ति के सामने देवी-देवता भी विवश पड़ जाते हैं। वे ना चाहते हुए भी उन्हें साधक की इच्छा पूरी करनी पड़ती है। वहीं अगर कोई व्यक्ति मंत्र जाप करता है तो देवी-देवताओं को आकर ना चाहते हुए भी उनकी इच्छा को पूर्ण करना पड़ता है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें दोष लगता है। आपने देखा होगा कि, पौराणिक काल में राक्षस और असुर लोग तप किया करते थे और देवी-देवताओं से मनवांछित वरदान प्राप्त कर लिया करते थे। ना चाहते हुए भी देवी-देवताओं और भगवान को उनकी मनोकामना को पूर्ण करना पड़ता था। मंत्रों से व्यक्ति कुछ भी कर सकता है, आकाश में उड़ सकता है, अदृश्य हो सकता है और वायुवेग से चल सकता है। महर्षि अगस्त्य मंत्रों के प्रभाव से सातों समुद्र के पानी को अपनी अंजली में भरकर पी गए थे। वहीं मंत्रों के प्रभाव से कई दिव्य आत्माएं एक शरीर को अनेको रुपों में बना लेती हैं। पूरे विश्वास और सच्चे मन से मंत्रों का जप किया जाए तो ये मंत्र पूर्ण रुप से अपना काम करते हैं और प्रभाव दिखाते हैं, इसीलिए आपको इनका जाप करने से पहले इन मंत्रों में पूर्णरुप से विश्वास रखना चाहिए। तो आइए जानते हैं धन की वर्षा करने वाला सबसे आसान और चमत्कारी मंत्र के बारे में।

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मंत्र

ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिभुवन महालक्ष्म्यै अस्मांक दरिद्रय नाशय प्रचुर धन देहि देहि क्लीं ह्रीं श्रीं ऊँ।

यह मां लक्ष्मी का बीजमंत्र है। बीजमंत्र में देवी-देवताओं के प्राण बसते हैं। बिना बीज के जिस प्रकार वृक्ष नहीं उग पाते हैं, उसी प्रकार बिना बीजमंत्र के देवी-देवताओं की शक्ति की प्राप्ति नहीं होती है। तो इस बीजमंत्र के द्वारा ना चाहते हुए भी मां लक्ष्मी को धन देना पड़ता है और साधक की सारी इच्छाओं को पूर्ण करना पड़ता है।

जो भी व्यक्ति इस मंत्र को सच्चे भाव से अगर जपता है तो उसके जीवन में दरिद्रता दूर हो जाती है। प्रतिदिन आपको सुबह-शाम सोने से पहले और उठने के बाद इस मंत्र का जप करना है और पूजा के दौरान भी आपको सुबह-शाम इस मंत्र का कम से कम पांच बार जप करना है। फिर आप देखेंगे कि, आपके जीवन में किस प्रकार चमत्कार होंगे।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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